الآية [٣١] : (٤) ٤٢ |
الآية [١٥] : (٤) ٥٢ |
سورة الزخرف |
الآية [٣٢] : (٤) ٤٢ |
الآية [١٦] : (٤) ٥٣ |
الآيات] ١،٣] : (٤) ٦٥ |
الآية [٣٣] : (٤) ٤٢ |
الآية [١٧] : (٤) ٥٣ |
الآية [٤] : (٤) ٦٥ |
الآية [٣٤] : (٤) ٤٣ |
الآية [١٨] : (٤) ٤٨٥٤ |
الآية [٥] : (٤) ٦٥ |
الآية [٣٥] : (٤) ٤٣ |
الآية [٢٠] : (٤) ٥٤ |
الآية [٦] : (٤) ٦٦ |
الآيات] ٣٦،٣٨] : (٤) ٤٣ |
الآية [٢٢] : (٤) ٥٤ |
الآية [٨] : (٤) ٦٦ |
الآية [٣٩] : (٤) ٤٤ |
الآية [٢٣] : (٤) ٥٥ |
الآية [١٠] : (٤) ٦٦ |
الآية [٤٠] : (٤) ٤٤ |
الآية [٢٤] : (٤) ٥٥ |
الآية [١١] : (٤) ٦٧ |
الآية [٤١] : (٤) ٤٤ |
الآية [٢٦] : (٤) ٥٦ |
الآية [١٢] : (٤) ٦٧ |
الآية [٤٢] : (٤) ٤٥ |
الآية [٢٧] : (٤) ٥٦ |
الآية [١٣] : (٤) ٦٧ |
الآية [٤٣] : (٤) ٤٥ |
الآية [٣٠] : (٤) ٥٧ |
الآية [١٤] : (٤) ٦٧ |
الآية [٤٤] : (٤) ٤٥ |
الآية [٣١] : (٤) ٥٧ |
الآية [١٥] : (٤) ٦٧ |
الآية [٤٥] : (٤) ٤٦ |
الآية [٣٢] : (٤) ٥٧ |
الآية [١٦] : (٤) ٦٨ |
الآية [٤٦] : (٤) ٤٦ |
الآيات] ٣٣،٣٥] : (٤) ٥٧ |
الآية [١٧] : (٤) ٦٨ |
الآية [٤٧] : (٤) ٤٦ |
الآية] ٣٦] : (٤) ٥٨ |
الآية [١٨] : (٤) ٦٨ |
الآية [٤٨] : (٤) ٤٧ |
الآية [٣٧] : (٤) ٥٨ |
الآية [١٩] : (٤) ٦٩ |
الآية [٥٢] : (٤) ٤٧ |
الآية [٣٨] : (٤) ٦٠ |
الآيات] ٢٢،٢٦] : (٤) ٧٠ |
الآية [٥٢] : (٤) ٤٧ |
الآية [٣٩] : (٤) ٦٠ |
الآية [٢٧] : (٤) ٧٠ |
الآية [٥٣] : (٤) ٤٧ |
الآية [٤٠] : (٤) ٦٠ |
الآية [٢٨] : (٤) ٧٠ |
الآية [٥٤] : (٤) ٤٨ |
الآية [٤١] : (٤) ٦١ |
الآية [٣١] : (٤) ٧١ |
سورة الشورى |
الآية [٤٢] : (٤) ٦١ |
الآية [٣٢] : (٤) ٧١ |
الآيات] ١،٤] : (٤) ٤٩ |
الآية [٤٣] : (٤) ٦١ |
الآية [٣٣] : (٤) ٧١ |
الآية [٥] : (٤) ٤٩ |
الآية [٤٤] : (٤) ٦١ |
الآية [٣٥] : (٤) ٧٢ |
الآية [٦] : (٤) ٥٠ |
الآية [٤٥] : (٤) ٦١ |
الآية [٣٦] : (٤) ٧٣ |
الآية [٧] : (٤) ٥٠ |
الآية [٤٦] : (٤) ٦٢ |
الآية [٣٧] : (٤) ٧٣ |
الآية [٨] : (٤) ٥٠ |
الآية [٤٧] : (٤) ٦٢ |
الآية [٣٨] : (٤) ٧٣ |
الآية [٩] : (٤) ٥٠ |
الآية [٤٨] : (٤) ٦٢ |
الآية [٣٩] : (٤) ٧٣ |
الآية [١٠] : (٤) ٥٠ |
الآية [٥٠] : (٤) ٦٢ |
الآيتان [٤١،٤٢] : (٤) ٧٤ |
الآية [١١] : (٤) ٥٠ |
الآية [٥١] : (٤) ٦٢ |
الآية [٤٤] : (٤) ٧٤ |
الآية [١٢] : (٤) ٥١ |
الآية [٥٢] : (٤) ٦٤ |
الآية [٤٥] : (٤) ٧٤ |
الآية [١٣] : (٤) ٥١ |
الآية [٥٣] : (٤) ٦٤ |
الآية [٤٩] : (٤) ٧٤ |
الآية [١٤] : (٤) ٥٢ |
|
الآية [٥٢] : (٤) ٧٥ |