|
فريا |
٢٢٤ |
[مريم ١٩ / ٢٧] |
ف ز ز |
استفزز |
٢١٣ |
[الإسراء ١٧ / ٦٤] |
ف ز ع |
فزع |
٢٦٨ |
[سبأ ٣٤ / ٢٣] |
|
الفزع الأكبر |
٢٣٥ |
[الأنبياء ٢١ / ١٠٣] |
ف س ح |
تفسّحوا |
٣١٤ |
[المجادلة ٥٨ / ١١] |
ف س د |
لا تفسدوا |
٥٠ |
[البقرة ٢ / ١١] |
ف س ق |
فسقوا فيها |
٢١٢ |
[الإسراء ١٧ / ١٦] |
|
فسوق بكم |
١١٧ |
[البقرة ٢ / ٢٨٢] |
|
الفاسقين |
٦٢ |
[البقرة ٢ / ٢٦] |
ف ش ل |
تفشلا |
١٢٨ |
[آل عمران ٣ / ١٢٢] |
|
تفشلوا |
١٧٧ |
[الأنفال ٦ / ٤٧] |
ف ص ل |
فصل الخطاب |
٢٨١ |
[ص ٣٨ / ٢٠] |
|
فصالا |
١١١ |
[البقرة ٢ / ٢٣٣] |
|
فصاله |
٢٦٢ |
[لقمان ٣١ / ١٤] |
|
فصيلته |
٣٢٢ |
[المعارج ٧٠ / ١٣] |
ف ص م |
انفصام |
١١٤ |
[البقرة ٢ / ٢٥٦] |
ف ض ض |
انفضوا |
١٣٢ ، ٣١٧ |
[آل عمران ٣ / ١٥٩ ، الجمعة ٦٢ / ١١] |
ف ض ل |
فضلكم |
٧٢ |
[البقرة ٢ / ٤٧] |
ف ض ا |
أفضى |
١٣٧ |
[النساء ٤ / ٢١] |
|
انفضوا |
١٣٢ ، ٣١٧ |
[آل عمران ٣ / ١٥٩ ، الجمعة ٦٢ / ١١] |
ف ط ر |
فطر |
٢٦٠ |
[الروم ٣٠ / ٣٠] |
|
انفطرت |
٣٣٨ |
[الانفطار ٨٢ / ١] |
|
فطرة |
٢٦٠ |
[الروم ٣٠ / ٣٠] |
|
فطور |
٣١٩ |
[الملك ٦٧ / ٣] |
|
فاطر السموات والأرض |
١٥٦ ، ٢٧٠ |
[الأنعام ٦ / ١٤ ، فاطر ٣٥ / ١] |