الآية [٦٦] : (٣) ٢٢٤ |
الآية [٢٧] : (٣) ٢٣٧ |
الآية [١١] : (٣) ٢٤٨ |
الآيتان [٦٧،٦٨] : (٣) ٢٢٤ |
الآية [٢٨] : (٣) ٢٣٧ |
الآيتان [١٣،١٢] : (٣) ٢٤٨ |
الآية [٦٦] : (٣) ٢٢٥ |
الآية [٣٠] : (٣) ٢٣٧ |
الآية [١٤] : (٣) ٢٤٩ |
الآية [٧٠] : (٣) ٢٢٥ |
الآية [٣١] : (٣) ٢٣٨ |
الآية [١٥] : (٣) ٢٤٩ |
الآية [٧٢] : (٣) ٢٢٥ |
الآية [٣٢] : (٣) ٢٣٨ |
الآية [١٦] : (٣) ٢٥٠ |
الآية [٧٣] : (٣) ٢٢٦ |
الآية [٣٣] : (٣) ٢٣٨ |
الآية [١٨] : (٣) ٢٥٠ |
سورة سبأ |
الآية [٣٤] : (٣) ٢٣٩ |
الآيتان [١٩،٢١] : (٣) ٢٤٨ |
الآية [١] : (٣) ٢٢٧ |
الآية [٣٦] : (٣) ٢٣٩ |
الآية [٢٥] : (٣)٢٥١ |
الآية [٢] : (٣) ٢٢٧ |
الآية [٣٧] : (٣)٢٤٠ |
الآية [٢٧] : (٣)٢٥١ |
الآية [٣] : (٣) ٢٢٧ |
الآية [٣٩] : (٣)٢٤١ |
الآية [٢٨] : (٣)٢٥١ |
الآيتان [٤،٥] : (٣) ٢٢٨ |
الآية [٤٠] : (٣)٢٤١ |
الآية [٢٩] : (٣)٢٥٢ |
الآية [٦] : (٣)٢٢٨ |
الآية [٤١] : (٣)٢٤١ |
الآيتان [٣٢،٣٣] : (٣) ٢٥٢ |
الآية [٦] : (٣) ٢٢٨ |
الآية [٤٦] : (٣)٢٤١ |
الآية [٣٤] : (٣)٢٥٣ |
الآية [٧] : (٣) ٢٢٨ |
الآية [٤٨] : (٣)٢٤١ |
الآية [٣٥] : (٣)٢٥٣ |
الآية [٨] : (٣) ٢٢٩ |
الآية [٤٩] : (٣) ٢٤٢ |
الآية [٣٦] : (٣)٢٥٤ |
الآية [١٠] : (٣) ٢٢٩ |
الآية [٥٠] : (٣) ٢٤٢ |
الآية [٣٧] : (٣)٢٥٤ |
الآية [١١] : (٣)٢٢٩ |
الآية [٥١] : (٣) ٢٤٢ |
الآية [٣٨] : (٣) ٢٥٤ |
الآية [١٢] : (٣)٢٢٩ |
الآية [٥٢] : (٣)٢٤٢ |
الآية [٣٩] : (٣)٢٥٤ |
الآية [١٣] : (٣)٢٣٠ |
الآية [٥٣] : (٣)٢٤٣ |
الآية [٤٠] : (٣)٢٥٥ |
الآية [١٥] : (٣)٢٣١ |
سورة فاطر |
الآية [٤١] : (٣)٢٥٥ |
الآية [١٦] : (٣)٢٣٢ |
الآية [١] : (٣)٢٤٤ |
الآية [٤٢] : (٣)٢٥٥ |
الآية [١٧] : (٣) ٢٣٢ |
الآية [٢] : (٣) ٢٤٤ |
الآية [٤٣] : (٣) ٢٥٦ |
الآية [١٨] : (٣) ٢٣٣ |
الآية [٣] : (٣) ٢٤٥ |
الآية [٤٥] : (٣) ٢٥٧ |
الآية [١٩] : (٣) ٢٣٤ |
الآية [٥] : (٣) ٢٤٥ |
سورة يس |
الآية [٢٠] : (٣) ٢٣٥ |
الآية [٦] : (٣) ٢٤٥ |
الآية [١] : (٣) ٢٥٨ |
الآية [٢١] : (٣) ٢٣٥ |
الآية [٧] : (٣) ٢٤٦ |
الآية [٢] : (٣) ٢٥٨ |
الآية [٢٢] : (٣) ٢٣٥ |
الآية [٨] : (٣) ٢٤٦ |
الآية [٣] : (٣) ٢٥٨ |
الآية [٢٣] : (٣) ٢٣٦ |
الآية [٩] : (٣) ٢٤٦ |
الآية [٤] : (٣) ٢٥٩ |
الآية [٢٤] : (٣) ٢٣٧ |
الآية [١٠] : (٣) ٢٤٧ |
الآية [٥] : (٣) ٢٥٩ |
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الآية [٦] : (٣) ٢٥٩ |