قافية اللام
القافية |
رقمها |
الجزء |
الصفحة |
الشاعر |
الموضوع |
غافل |
٢٢٢ |
٢ |
٢٩٤ |
الأحوص بن محمد |
زيادة" لا". |
شغلي |
٢٢٣ |
٢ |
٢٩٥ |
أبو ذؤيب الهذلي |
" لو لا" قد يليها الفعل. |
تؤهل |
٢٢٤ |
٢ |
٢٩٥ |
ذو الرّمّة |
الفصل بين" لم" والفعل. |
نصلي |
٢٢٥ |
٢ |
٢٩٥ |
ذو الرّمّة |
يصير الفعل لازما إن ضمّن معنى فعل لازم. |
عويل |
٢٢٦ |
٢ |
٢٩٦ |
ذو الرّمّة |
اقتران خبر" لعلّ" بالسين |
بال |
٢٢٧ |
٢ |
٢٩٦ |
عدي بن زيد العبادي |
حذف اسم" ليت". |
فضل |
٢٢٨ |
٢ |
٢٩٦ |
النجاشي الحارثي |
حذف نون" لكن" ضرورة. |
مثلي |
٢٢٩ |
٢ |
٢٩٦ |
الفرزدق |
معاملة" إنما" معاملة المنفي و" إلا" في فصل الضمير. |
البخل |
٢٣٠ |
٢ |
٢٩٦ |
خداش بن بشر |
معاملة" إنما" معاملة المنفي و" إلا" في فصل الضمير. |
منيل |
٢٣١ |
٢ |
٢٩٧ |
خداش بن بشر |
الاعتراض بأكثر من جملة. |
التقالي |
٢٣٢ |
٢ |
٢٩٧ |
زهير بن أبي سلمى |
الاعتراض بأكثر من جملة |
تبالي |
٢٣٢ |
٢ |
٢٩٧ |
زهير بن أبي سلمى |
الاعتراض بأكثر من جملة. |
بحمول |
٢٣٣ |
٢ |
٢٩٧ |
زهير بن أبي سلمى |
القلب |
وكل |
٢٣٤ |
٢ |
٢٩٧ |
زهير بن أبي سلمى |
زيادة الباء في الحال. |
أجل |
٢٣٥ |
٢ |
٢٩٨ |
زهير بن أبي سلمى |
زيادة" لا" بعد النفي. |
أوقال |
٢٣٦ |
٢ |
٢٩٨ |
أبو القيس بن الأسلت |
بناء" غير" على الفتح. |
الثّمل |
٢٣٧ |
٢ |
٢٩٨ |
عمرو بن أحمر |
بدل الاشتمال. |
الليالي |
٢٣٨ |
٢ |
٢٩٨ |
عمرو بن أحمر |
دخول اللام على جواب" لو" المنفي. |
بال |
٢٣٩ |
٢ |
٢٩٩ |
ابن ميادة |
عطف الصفات بالواو |
الوبيل |
٢٤٠ |
٢ |
٢٩٩ |
أرطاة بن سهيّة |
عطف الصفات بالواو |
مالي |
٢٤١ |
٢ |
٢٩٩ |
النابغة الذبياني |
دخول لام الابتداء على" ما" النافية. |
السّلسل |
٢٤٢ |
٢ |
٢٩٩ |
أبو كبير الهذلي ، عامر بن حليس |
ـ " إلى" بمعنى" عند" |
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ـ تضمين الكلمة معنى غيرها. |
الهوجل |
٢٤٣ |
٢ |
٣٠٠ |
أبو كبير الهذلي |
الإضافة اللفظية. |
مهيّل |
٢٤٤ |
٢ |
٣٠٠ |
أبو كبير الهذلي |
تضمين الفعل معنى غيره. |
فتجمّل |
٢٤٥ |
٢ |
٣٠١ |
عبد قيس بن خفاف |
" إذ" لا تجزم إلا في الشعر. |
المقبل |
٢٤٦ |
٢ |
٣٠١ |
حسان بن ثابت |
" حتى" ابتدائية. |