صفحة |
|
|
المعنی |
٢٥٠ |
تشققت السحاب بالرعد |
|
ای کثر فیها الرعد |
٢٥٠ |
" الغمائم بالبرق |
|
ای کثر فیها البرق |
٢٣٩ |
تغیظت القدر |
|
اذا اشتد غلیانها |
٢٠٢ |
تقاد الدابة بحنکها |
|
ای تؤخذ بحنکها |
٣٦٠ |
تنفس الاناء |
|
اذا انشق |
٣٦٠ |
تنفست القوس |
|
ای انصدعت |
(ث) |
|||
٣٥٧ |
ثقل علیّ خطاب فلان |
|
ای صار غیر محتمل علی نفسی |
(ج) |
|||
٣١٦ |
جاء فلان فی أعقاب القوم |
|
ای فی اواخرهم |
٢٢٠ |
جاءنی لسان فلان |
|
ای بلغنی مدحه او ذمّه |
١٩١ |
جار عن الطریق |
|
ای ضل عن نهجه وخرج عن سمته |
١٦٦ |
جعلت حاجتی وراء ظهرک |
|
ای لم تعن بحاجتی |
٢٢٨ |
جعله الله حصید سیفک |
|
ای جعل الله سیفک یحصده کما یحصد الزرع بالمنجل |
(ح) |
|||
٢٣٣ |
حضب فلان فلانا |
|
ای قذفه بالحصباء |
٢٣٣ |
حصبنا الجمار |
|
ای قذفناها بالحصبات |
٢٠٢ |
حنک الدابة |
|
اذا شد فی حنکها الاسفل جبلا یقودها به |
(خ) |
|||
١٥٥ |
خذی علیک ثوبک |
|
ای البسیه |
٣٣٩ |
خسأت الکلب |
|
ای ابعدته وزجرته |