أبي جعفر أحمد بن محمّد بن إسماعيل النحّاس [ ابن النحّاس ]
المحقق: عبدالمنعم خليل إبراهيم
الموضوع : القرآن وعلومه
الناشر: دار الكتب العلميّة
الطبعة: ٢
الصفحات: ٣٢٠
الفهارس العامة
(١)
فهرس الآيات المعرية
سورة الفاتحة |
الآية [١٨] : (١) ٣٣ |
الآية [٤٣]: (١) ٥٠ |
الآية [٢]: (١) ١٧ |
الآية [١٩]: (١) ٣٣ |
الآية [٤٤]: (١) ٥٠ |
الآيتان [٣،٤] : (١) ١٩ |
الآية [٢٠]: (١) ٣٤ |
الآية [٤٥]: (١) ٥٠ |
الآية [٥]: (١) ١٩ |
الآية [٢١]: (١) ٣٥ |
الآية [٤٦]: (١) ٥١ |
الآية [٦]: (١) ٢٠ |
الآية [٢٢]: (١) ٣٦ |
الآية [٤٨]: (١) ٥١ |
الآية [٧]: (١) ٢٠ |
الآية [٢٣]: (١) ٣٧ |
الآية [٤٩]: (١) ٥٢ |
سورة البقرة |
الآية [٢٤]: (١) ٣٧ |
الآية [٥٠]: (١) ٥٢ |
الآية [١]: (١) ٢٣ |
الآية [٢٥]: (١) ٣٨ |
الآية [٥١]: (١) ٥٢ |
الآية [٢]: (١) ٢٣ |
الآية [٢٦]: (١) ٣٩ |
الآية [٥٢]: (١) ٥٣ |
الآية [٣]: (١) ٢٥ |
الآية [٢٧]: (١) ٤٠ |
الآية [٥٣]: (١) ٥٣ |
الآية [٤]: (١) ٢٦ |
الآية [٢٨]: (١) ٤١ |
الآية [٥٤]: (١) ٥٤ |
الآية [٥]: (١) ٢٦ |
الآية [٢٩]: (١) ٤١ |
الآية [٥٥]: (١) ٥٤ |
الآية [٦]: (١) ٢٧ |
الآية [٣٠]: (١) ٤٢ |
الآية [٥٦]: (١) ٥٤ |
الآية [٧]: (١) ٢٨ |
الآية [٣١]: (١) ٤٣ |
الآية [٥٧]: (١) ٥٥ |
الآية [٨]: (١) ٢٩ |
الآية [٣٢]: (١) ٤٤ |
الآية [٥٨]: (١) ٥٥ |
الآية [٩]: (١) ٢٩ |
الآية [٣٣]: (١) ٤٤ |
الآية [٥٩]: (١) ٥٦ |
الآية [١٠]: (١) ٢٩ |
الآية [٣٤]: (١) ٤٥ |
الآية [٦٠]: (١) ٥٦ |
الآية [١١]: (١) ٣٠ |
الآية [٣٥]: (١) ٤٦ |
الآية [٦١]: (١) ٥٧ |
الآية [١٢]: (١) ٣٠ |
الآية [٣٦]: (١) ٤٦ |
الآية [٦٢]: (١) ٥٨ |
الآية [١٣]: (١) ٣١ |
الآية [٣٧]: (١) ٤٧ |
الآية [٦٣]: (١) ٥٨ |
الآية [١٤]: (١) ٣١ |
الآية [٣٨]: (١) ٤٧ |
الآية [٦٤]: (١) ٥٨ |
الآية [١٥]: (١) ٣٢ |
الآية [٣٩]: (١) ٤٨ |
الآية [٦٥]: (١) ٥٨ |
الآية [١٦]: (١) ٣٢ |
الآية [٤٠]: (١) ٤٨ |
الآية [٦٦]: (١) ٥٩ |
الآية [١٧]: (١) ٣٣ |
الآية [٤١]: (١) ٤٩ |
الآية [٦٧]: (١) ٥٩ |
|
الآية [٤٢]: (١) ٤٩ |
الآية [٦٨]: (١) ٥٩ |
الآية [٦٩] : (١) ٥٩ |
الآية [١٠٤] : (١) ٧٢ |
الآية [١٤٠] : (١) ٨٢ |
الآية [٧٠] : (١) ٦٠ |
الآية [١٠٥] : (١) ٧٣ |
الآية [١٤٢] : (١) ٨٢ |
الآية [٧١] : (١) ٦٠ |
الآية [١٠٦] : (١) ٧٣ |
الآية [١٤٣] : (١) ٨٣ |
الآية [٧٢] : (١) ٦١ |
الآية [١٠٧] : (١) ٧٣ |
الآية [١٤٤] : (١) ٨٣ |
الآية [٧٣] : (١) ٦١ |
الآية [١٠٨] : (١) ٧٣ |
الآية [١٤٥] : (١) ٨٣ |
الآية [٧٤] : (١) ٦١ |
الآية [١٠٩] : (١) ٧٤ |
الآية [١٤٦] : (١) ٨٤ |
الآية [٧٥] : (١) ٦٢ |
الآية [١١١] : (١) ٧٤ |
الآية [١٤٧] : (١) ٨٤ |
الآية [٧٦] : (١) ٦٢ |
الآية [١١٢] : (١) ٧٤ |
الآية [١٤٨] : (١) ٨٤ |
الآية [٧٨] : (١) ٦٣ |
الآية [١١٤] : (١) ٧٤ |
الآية [١٥٠] : (١) ٨٥ |
الآية [٧٩] : (١) ٦٣ |
الآية [١١٥] : (١) ٧٥ |
الآية [١٥١] : (١) ٨٥ |
الآية [٨٠] : (١) ٦٣ |
الآية [١١٦] : (١) ٧٥ |
الآية [١٥٢] : (١) ٨٥ |
الآية [٨١] : (١) ٦٣ |
الآية [١١٧] : (١) ٧٥ |
الآية [١٥٣] : (١) ٨٥ |
الآية [٨٣] : (١) ٦٤ |
الآية [١١٨] : (١) ٧٥ |
الآية [١٥٤] : (١) ٨٥ |
الآية [٨٤] : (١) ٦٤ |
الآية [١١٩] : (١) ٧٥ |
الآية [١٥٥] : (١) ٨٥ |
الآية [٨٥] : (١) ٦٤ |
الآية [١٢٠] : (١) ٧٥ |
الآية [١٥٦] : (١) ٨٦ |
الآية [٨٦] : (١) ٦٦ |
الآية [١٢١] : (١) ٧٦ |
الآية [١٥٧] : (١) ٨٦ |
الآية [٨٧] : (١) ٦٦ |
الآية [١٢٢] : (١) ٧٦ |
الآية [١٥٨] : (١) ٨٦ |
الآية [٨٨] : (١) ٦٧ |
الآية [١٢٤] : (١) ٧٦ |
الآية [١٥٩] : (١) ٨٧ |
الآية [٨٩] : (١) ٦٧ |
الآية [١٢٥] : (١) ٧٦ |
الآية [١٦٠] : (١) ٨٧ |
الآية [٩٠] : (١) ٦٧ |
الآية [١٢٦] : (١) ٧٧ |
الآية [١٦١] : (١) ٨٧ |
الآية [٩١] : (١) ٦٨ |
الآية ١٢٨] ،١٢٧] : (١) ٥٩ |
الآية [١٦٢] : (١) ٨٧ |
الآية [٩٣] : (١) ٦٨ |
٧٨ |
الآية [١٦٣] : (١) ٨٧ |
الآية [٩٤] : (١) ٦٩ |
الآية [١٢٩] : (١) ٧٨ |
الآية [١٦٤] : (١) ٨٨ |
الآية [٩٥] : (١) ٦٩ |
الآية [١٣٠] : (١) ٧٩ |
الآية [١٦٥] : (١) ٨٨ |
الآية [٩٦] : (١) ٦٩ |
الآية [١٣٢] : (١) ٧٩ |
الآية [١٦٦] : (١) ٨٩ |
الآية [٩٧] : (١) ٧٠ |
الآية [١٣٣] : (١) ٨٠ |
الآية [١٦٧] : (١) ٨٩ |
الآية [٩٨] : (١) ٧٠ |
الآية [١٣٤] : (١) ٨١ |
الآية [١٦٨] : (١) ٨٩ |
الآية [٩٩] : (١) ٧١ |
الآية [١٣٥] : (١) ٨١ |
الآية [١٦٩] : (١) ٨٩ |
الآية [١٠٠] : (١) ٧١ |
الآية [١٣٦] : (١) ٨١ |
الآية [١٧٠] : (١) ٩٠ |
الآية [١٠١] : (١) ٧١ |
الآية [١٣٧] : (١) ٨١ |
الآية [١٧١] : (١) ٩٠ |
الآية [١٠١] : (١) ٧١ |
الآية [١٣٧] : (١) ٨١ |
الآية [١٧١] : (١) ٩٠ |
الآية [١٠٢] : (١) ٧١ |
الآية [١٣٨] : (١) ٨٢ |
الآية [١٧٣] : (١) ٩٠ |
الآية [١٠٣] : (١) ٧٢ |
الآية [١٣٩] : (١) ٨٢ |
الآية [١٧٤] : (١) ٩٠ |
الآية [١٧٧] : (١) ٩٠ |
الآية [٢١٣] : (١) ١٠٦ |
الآية [٢٤٧] : (١) ١٢٢ |
الآية [١٧٨] : (١) ٩٢ |
الآية [٢١٤] : (١) ١٠٧ |
الآية [٢٤٨] : (١) ١٢٢ |
الآية [١٧٩] : (١) ٩٢ |
الآية [٢١٥] : (١) ١٠٨ |
الآية [٢٤٩] : (١) ١٢٣ |
الآية [١٨٠] : (١) ٩٢ |
الآية [٢١٦] : (١) ١٠٩ |
الآية [٢٥١] : (١) ١٢٣ |
الآية [١٨١] : (١) ٩٣ |
الآية [٢١٧] : (١) ١٠٩ |
الآية [٢٥٢] : (١) ١٢٤ |
الآية [١٨٢] : (١) ٩٣ |
الآية [٢١٨] : (١) ١١٠ |
الآية [٢٥٣] : (١) ١٢٤ |
الآية [١٨٣] : (١) ٩٣ |
الآية [٢١٩] : (١) ١١٠ |
الآية [٢٥٤] : (١) ١٢٥ |
الآية [١٨٤] : (١) ٩٤ |
الآية [٢٢٠] : (١) ١١١ |
الآيتان ٢٥٥] ،٢٥٦] : (١) |
الآية [١٨٥] : (١) ٩٥ |
الآية [٢٢١] : (١) ١١١ |
١٢٥ |
الآية [١٨٦] : (١) ٩٧ |
الآية ٢٢٢] ،٢٢٣] : (١) |
الآية [٢٥٧] : (١) ١٢٦ |
الآية [١٨٧] : (١) ٩٧ |
١١٢ |
الآية [٢٥٧] : (١) ١٢٦ |
الآية [١٨٨] : (١) ٩٨ |
الآية [٢٢٤] : (١) ١١٢ |
الآية [٢٥٩] : (١) ١٢٧ |
الآية [١٨٩] : (١) ٩٨ |
الآية [٢٢٥] : (١) ١١٢ |
الآية [٢٦٠] : (١) ١٢٨ |
الآية [١٩٠] : (١) ٩٩ |
الآية [٢٢٦] : (١) ١١٣ |
الآية [٢٦١] : (١) ١٢٨ |
الآية [١٩١] : (١) ٩٩ |
الآية [٢٢٨] : (١) ١١٣ |
الآية [٢٦٣] : (١) ١٢٨ |
الآية [١٩٣] : (١) ٩٩ |
الآية [٢٢٩] : (١) ١١٣ |
الآية [٢٦٤] : (١) ١٢٩ |
الآية [١٩٤] : (١) ٩٩ |
الآية [٢٣٠] : (١) ١١٥ |
الآية [٢٦٥] : (١) ١٣٠ |
الآية [١٩٥] : (١) ٩٩ |
الآية [٢٣١] : (١) ١١٥ |
الآية [٢٢٦] : (١) ١٣٠ |
الآية [١٩٦] : (١) ١٠٠ |
الآية [٢٣٢] : (١) ١١٥ |
الآية [٢٦٧] : (١) ١٣٠ |
الآية [١٩٦] : (١) ١٠٠ |
الآية [٢٣٢] : (١) ١١٥ |
الآية [٢٦٧] : (١) ١٣٠ |
الآية [١٩٧] : (١) ١٠١ |
الآية [٢٣٣] : (١) ١١٥ |
الآية [٢٦٨] : (١) ١٣١ |
الآية [١٩٨] : (١) ١٠٢ |
الآية [٢٣٤] : (١) ١١٦ |
الآية [٢٦٩] : (١) ١٣١ |
الآية [٢٠٠] : (١) ١٠٢ |
الآية [٢٣٥] : (١) ١١٧ |
الآية [٢٧٠] : (١) ١٣١ |
الآية [٢٠١] : (١) ١٠٣ |
الآية [٢٣٦] : (١) ١١٧ |
الآية [٢٧١] : (١) ١٣١ |
الآية [٢٠٣] : (١) ١٠٣ |
الآية [٢٣٧] : (١) ١١٨ |
الآية [٢٧٢] : (١) ١٣٣ |
الآية [٢٠٤] : (١) ١٠٤ |
الآية [٢٣٨] : (١) ١١٨ |
الآية [٢٧٣] : (١) ١٣٣ |
الآية [٢٠٥] : (١) ١٠٤ |
الآية [٢٣٩] : (١) ١١٩ |
الآية [٢٧٤] : (١) ١٣٣ |
الآية [٢٠٧] : (١) ١٠٤ |
الآية [٢٤٠] : (١) ١٢٠ |
الآية [٢٧٥] : (١) ١٣٤ |
الآية [٢٠٨] : (١) ١٠٤ |
الآية [٢٤٠] : (١) ١٢٠ |
الآية [٢٧٦] : (١) ١٣٤ |
الآية [٢٠٩] : (١) ١٠٥ |
الآية [٢٤٣] : (١) ١٢٠ |
الآية [٢٧٦] : (١) ١٣٤ |
الآية [٢١٠] : (١) ١٠٥ |
الآية [٢٤٤] : (١) ١٢١ |
الآية [٢٨٠] : (١) ١٣٤ |
الآية [٢١١] : (١) ١٠٦ |
الآية [٢٤٥] : (١) ١٢١ |
الآية [٢٨٠] : (١) ١٣٤ |
الآية [٢١١] : (١) ١٠٦ |
الآية [٢٤٥] : (١) ١٢١ |
الآية [٢٨١] : (١) ١٣٦ |
الآية [٢١٢] : (١) ١٠٦ |
الآية [٢٤٦] : (١) ١٢١ |
الآية [٢٨٢] : (١) ١٣٦ |
الآية [٢٨٣] : (١) ١٣٩ |
الآية [٣٣] : (١) ١٥٢ |
الآية [٦٩] : (١) ١٦٤ |
الآية [٢٨٤] : (١) ١٤٠ |
الآية [٣٤] : (١) ١٥٢ |
الآية [٧١] : (١) ١٦٤ |
الآية [٢٨٥] : (١) ١٤١ |
الآية [٣٥] : (١) ١٥٣ |
الآية [٧٢] : (١) ١٦٥ |
الآية [٢٨٦] : (١) ١٤١ |
الآية [٣٦] : (١) ١٥٣ |
الآية [٧٣] : (١) ١٦٥ |
سورة آل عمران |
الآية [٣٧] : (١) ١٥٤ |
الآية [٧٥] : (١) ١٦٦ |
الآيتان [١ ، ٢] : (١) ١٤٢ |
الآية [٣٨] : (١) ١٥٥ |
الآية [٧٦] : (١) ١٦٦ |
الآية [٤] : (١) ١٤٣ |
الآية [٤١] : (١) ١٥٦ |
الآية [٧٦] : (١) ١٦٧ |
الآية [٨] : (١) ١٤٥ |
الآية [٤٢] : (١) ١٥٧ |
الآية [٨٠] : (١) ١٦٨ |
الآية [٩] : (١) ١٤٥ |
الآية [٤٣] : (١) ١٥٧ |
الآية [٨١] : (١) ١٦٨ |
الآية [١٠] : (١) ١٤٥ |
الآية [٤٤] : (١) ١٥٧ |
الآية [٨٢] : (١) ١٦٩ |
الآية [١١] : (١) ١٤٦ |
الآية [٤٥] : (١) ١٥٨ |
الآية [٨٣] : (١) ١٦٩ |
الآية [١٣] : (١) ١٤٦ |
الآية [٤٦] : (١) ١٥٨ |
الآية [٨٤] : (١) ١٦٩ |
الآية [١٤] : (١) ١٤٧ |
الآية [٤٧] : (١) ١٥٩ |
الآية [٨٥] : (١) ١٧٠ |
الآية [١٥] : (١) ١٤٧ |
الآية [٤٨] : (١) ١٥٩ |
الآية [٨٦] : (١) ١٧٠ |
الآية [١٦] : (١) ١٤٧ |
الآية [٤٨] : (١) ١٥٩ |
الآية [٨٦] : (١) ١٧٠ |
الآية [١٧] : (١) ١٤٧ |
الآية [٤٩] : (١) ١٥٩ |
الآية [٩٠] : (١) ١٧٠ |
الآية [١٨] : (١) ١٤٨ |
الآية [٥١] : (١) ١٦٠ |
الآية [٩٢] : (١) ١٧١ |
الآية [١٩] : (١) ١٤٨ |
الآية [٥٢] : (١) ١٦١ |
الآية [٩٣] : (١) ١٧١ |
الآية [٢٠] : (١) ١٤٨ |
الآية [٥٥] : (١) ١٦١ |
الآية [٩٥] : (١) ١٧١ |
الآية [٢١] : (١) ١٤٩ |
الآيتان [٥٦،٥٧] : (١) ١٥٣ |
الآية [٧٣] : (١) ١٦٥ |
الآية [٢٢] : (١) ١٤٩ |
الآيتان [٥٨] : (١) ١٦٢ |
الآية [٩٧] : (١) ١٧١ |
الآية [٢٣] : (١) ١٤٩ |
الآية [٥٩] : (١) ١٦٢ |
الآية [٩٨] : (١) ١٧٢ |
الآية [٢٤] : (١) ١٤٩ |
الآية [٦٠] : (١) ١٦٢ |
الآية [٩٩] : (١) ١٧٢ |
الآية [٢٥] : (١) ١٤٩ |
الآية [٦١] : (١) ١٦٢ |
الآية [١٠٠] : (١) ١٧٣ |
الآية [٢٦] : (١) ١٥٠ |
الآية [٦٢] : (١) ١٦٣ |
الآية [١٠١] : (١) ١٧٣ |
الآية [٢٧] : (١) ١٥٠ |
الآية [٦٣] : (١) ١٦٣ |
الآية [١٠٢] : (١) ١٧٣ |
الآية [٢٨] : (١) ١٥٠ |
الآية [٦٤] : (١) ١٦٣ |
الآية [١٠٣] : (١) ١٧٣ |
الآية [٣٠] : (١) ١٥١ |
الآية [٦٥] : (١) ١٦٣ |
الآية [١٠٤] : (١) ١٧٤ |
الآية [٣١] : (١) ١٥١ |
الآية [٦٦] : (١) ١٦٤ |
الآية [١٠٥] : (١) ١٧٤ |
الآية [٣٢] : (١) ١٥٢ |
الآية [٦٨] : (١) ١٦٤ |
الآية [١٠٦] : (١) ١٧٤ |
الآية [١٠٧] : (١) ١٧٤ |
الآية [١٤٥] : (١) ١٨٢ |
الآية [١٨٣] : (١) ١٩٢ |
الآية [١٠٨] : (١) ١٧٤ |
الآية [١٤٦] : (١) ١٨٣ |
الآية [١٨٤] : (١) ١٩٢ |
الآية [١١٠] : (١) ١٧٥ |
الآية [١٤٧] : (١) ١٨٣ |
الآية [١٨٥] : (١) ١٩٢ |
الآية [١١١] : (١) ١٧٥ |
الآية [١٥٠] : (١) ١٨٣ |
الآية [١٨٦] : (١) ١٩٢ |
الآية [١١٢] : (١) ١٧٥ |
الآية [١٥١] : (١) ١٨٣ |
الآية [١٨٧] : (١) ١٩٣ |
الآية [١١٣] : (١) ١٧٦ |
الآية [١٥٢] : (١) ١٨٤ |
الآية [١٨٨] : (١) ١٩٣ |
الآية [١١٤] : (١) ١٧٦ |
الآية [١٥٣] : (١) ١٨٤ |
الآية [١٨٩] : (١) ١٩٣ |
الآيتان [١١٧،١١٦] : (١) |
الآية [٣٣] : (١) ١٥٢ |
الآية [٦٩] : (١) ١٦٤ |
١٧٦ |
الآية [١٥٥] : (١) ١٨٥ |
الآية [١٩١] : (١) ١٩٣ |
الآية [١١٨] : (١) ١٧٧ |
الآية [١٥٦] : (١) ١٨٦ |
الآية [٩٣] : (١) ١٩٤ |
الآية [١١٩] : (١) ١٧٧ |
الآية [١٥٧] : (١) ١٨٦ |
الآية [١٩٤] : (١) ١٩٤ |
الآية [١٢٠] : (١) ١٧٨ |
الآية [١٥٨] : (١) ١٨٦ |
الآية [١٩٥] : (١) ١٩٤ |
الآية [١٢١] : (١) ١٧٨ |
الآية [١٥٩] : (١) ١٨٦ |
الآية [١٩٦] : (١) ١٩٥ |
الآية [١٢٢] : (١) ١٧٩ |
الآية [١٦٠] : (١) ١٨٧ |
الآية [١٩٧] : (١) ١٩٥ |
الآية [١٢٣] : (١) ١٧٩ |
الآية [١٦١] : (١) ١٨٧ |
الآية [١٩٨] : (١) ١٩٥ |
الآية [١٢٤] : (١) ١٧٩ |
الآية [١٦٣] : (١) ١٨٧ |
الآية [١٩٩] : (١) ١٩٦ |
الآية [١٢٥] : (١) ١٧٩ |
الآية [١٦٤] : (١) ١٨٨ |
الآية [٢٠٠] : (١) ١٩٦ |
الآية [١٢٦] : (١) ١٧٩ |
الآية [١٦٥] : (١) ١٨٨ |
|
الآيتان [١٢٨،١٢٧] : (١) |
الآية [١٦٦] : (١) ١٨٨ |
سورة النساء |
١٨٠ |
الآية [١٦٧] : (١) ١٨٨ |
الآية [١] : (١) ١٩٧ |
الآية [١٣٠] : (١) ١٨٠ |
الآية [١٦٨] : (١) ١٨٨ |
الآية [٢] : (١) ١٩٨ |
الآية [١٣٣] : (١) ١٨٠ |
الآية [١٦٩] : (١) ١٨٩ |
الآية [٣] : (١) ١٩٩ |
الآية [١٣٤] : (١) ١٨٠ |
الآية [١٧٠] : (١) ١٨٩ |
الآية [٤] : (١) ١٩٩ |
الآية [١٣٥] : (١) ١٨٠ |
الآية [١٧٢] : (١) ١٨٩ |
الآية [٥] : (١) ٢٠٠ |
الآية [١٣٦] : (١) ١٨١ |
الآية [١٧٣] : (١) ١٨٩ |
الآية [٦] : (١) ٢٠١ |
الآية [١٣٧] : (١) ١٨١ |
الآية [١٧٥] : (١) ١٨٩ |
الآية [٧] : (١) ٢٠١ |
الآية [١٣٩] : (١) ١٨١ |
الآية [١٧٦] : (١) ١٨٩ |
الآية [٨] : (١) ٢٠٢ |
الآية [١٤٠] : (١) ١٨١ |
الآية [١٧٧] : (١) ١٨٩ |
الآية [٩] : (١) ٢٠٢ |
الآية [١٤١] : (١) ١٨١ |
الآية [١٧٩] : (١) ١٩٠ |
الآية [١٠] : (١) ٢٠٢ |
الآيتان [١٤٣،١٤٢] : (١) |
الآية [١٨٠] : (١) ١٩٠ |
الآية [١١] : (١) ٢٠٢ |
١٨٢ |
الآية [١٨١] : (١) ١٩١ |
الآية [١٢] : (١) ٢٠٤ |
الآية [١٤٤] : (١) ١٨٢ |
الآية [١٨٢] : (١) ١٩٢ |
الآية [١٣] : (١) ٢٠٤ |
الآية [١٥] : (١) ٢٠٤ |
الآية [٤٨] : (١) ٢١٨ |
الآية [٨٢] : (١) ٢٢٨ |
الآية [١٦] : (١) ٢٠٥ |
الآيتان [٤٩،٥٠] : (١) ٢١٨ |
الآية [٨٣] : (١) ٢٢٨ |
الآية [١٧] : (١) ٢٠٥ |
الآية [٥١] : (١) ٢١٩ |
الآية [٨٤] : (١) ٢٢٩ |
الآية [١٨] : (١) ٢٠٥ |
الآية [٥٢] : (١) ٢١٩ |
الآية [٨٥] : (١) ٢٢٩ |
الآية [١٩] : (١) ٢٠٦ |
الآية [٥٣] : (١) ٢١٩ |
الآية [٨٦] : (١) ٢٣٠ |
الآية [٢٠] : (١) ٢٠٦ |
الآية [٥٤] : (١) ٢٢٠ |
الآية [٨٧] : (١) ٢٣٠ |
الآية [٢١] : (١) ٢٠٦ |
الآية [٥٥] : (١) ٢٢٠ |
الآية [٨٨] : (١) ٢٣٠ |
الآية [٢٢] : (١) ٢٠٧ |
الآية [٥٦] : (١) ٢٢٠ |
الآية [٩٠] : (١) ٢٣١ |
الآية [٢٣] : (١) ٢٠٧ |
الآية [٥٧] : (١) ٢٢٠ |
الآية [٩١] : (١) ٢٣١ |
الآية [٢٤] : (١) ٢٠٧ |
الآية [٥٨] : (١) ٢٢١ |
الآية [٩٢] : (١) ٢٣٢ |
الآية [٢٥] : (١) ٢٠٨ |
الآية [٥٩] : (١) ٢٢٢ |
الآية [٩٣] : (١) ٢٣٣ |
الآية [٢٦] : (١) ٢٠٩ |
الآية [٦٠] : (١) ٢٢٢ |
الآية [٩٤] : (١) ٢٣٣ |
الآيتان [٢٨،٢٧] : (١) ٢١٠ |
الآية [٦١] : (١) ٢٢٢ |
الآية [٩٥] : (١) ٢٣٤ |
الآية [٢٩] : (١) ٢١٠ |
الآية [٦٢] : (١) ٢٢٢ |
الآية [٩٦] : (١) ٢٣٤ |
الآية [٣٠] : (١) ٢١٠ |
الآية [٦٣] : (١) ٢٢٢ |
الآية [٩٧] : (١) ٢٣٤ |
الآية [٣١] : (١) ٢١٠ |
الآية [٦٤] : (١) ٢٢٣ |
الآية [٩٨] : (١) ٢٣٥ |
الآية [٣٢] : (١) ٢١١ |
الآية [٦٥] : (١) ٢٢٣ |
الآية [١٠٠] : (١) ٢٣٥ |
الآية [٣٣] : (١) ٢١١ |
الآية [٦٦] : (١) ٢٢٣ |
الآية [١٠١] : (١) ٢٣٥ |
الآية [٣٤] : (١) ٢١٢ |
الآية [٦٧] : (١) ٢٢٤ |
الآية [١٠٢] : (١) ٢٣٦ |
الآية [٣٥] : (١) ٢١٣ |
الآية [٦٨] : (١) ٢٢٤ |
الآية [١٠٣] : (١) ٢٣٦ |
الآية [٣٦] : (١) ٢١٣ |
الآية [٦٩] : (١) ٢٢٤ |
الآية [١٠٤] : (١) ٢٣٦ |
الآية [٣٧] : (١) ٢١٤ |
الآية [٧٠] : (١) ٢٢٤ |
الآية [١٠٥] : (١) ٢٣٧ |
الآية [٣٨] : (١) ٢١٤ |
الآية [٧١] : (١) ٢٢٤ |
الآية [١١٢] : (١) ٢٣٧ |
الآية [٣٩] : (١) ٢١٥ |
الآية [٧٢] : (١) ٢٢٥ |
الآية [١١٣] : (١) ٢٣٧ |
الآية [٤٠] : (١) ٢١٥ |
الآية [٧٣] : (١) ٢٢٥ |
الآية [١١٣] : (١) ٢٣٧ |
الآية [٤١] : (١) ٢١٥ |
الآية [٧٤] : (١) ٢٢٥ |
الآية [١١٤] : (١) ٢٣٨ |
الآية [٤٢] : (١) ٢١٥ |
الآية [٧٥] : (١) ٢٢٥ |
الآية [١١٧] : (١) ٢٣٨ |
الآية [٤٣] : (١) ٢١٥ |
الآية [٧٦] : (١) ٢٢٦ |
الآية [١١٨] : (١) ٢٣٩ |
الآية [٤٤] : (١) ٢١٧ |
الآية [٧٧] : (١) ٢٢٦ |
الآية [١١٩] : (١) ٢٣٩ |
الآية [٤٥] : (١) ٢١٧ |
الآية [٧٨] : (١) ٢٢٧ |
الآية [١٢٠] : (١) ٢٣٩ |
الآية [٤٦] : (١) ٢١٧ |
الآية [٧٨] : (١) ٢٢٧ |
الآية [١٢١] : (١) ٢٣٩ |
الآية [٤٧] : (١) ٢١٨ |
الآية [٨١] : (١) ٢٢٧ |
الآية [١٢٢] : (١) ٢٣٩ |
الآية [١٢٣] : (١) ٢٤٠ |
الآية [١٦٢] : (١) ٢٤٩ |
الآية [١٨] : (١) ٢٦٢ |
الآية [١٢٤] : (١) ٢٤٠ |
الآية [١٦٣] : (١) ٢٥٠ |
الآيتان [٢٠،١٩] : (١) ٢٦٢ |
الآية [١٢٥] : (١) ٢٤٠ |
الآية [١٦٤] : (١) ٢٥١ |
الآية [٢١] : (١) ٢٦٣ |
الآية [١٢٧] : (١) ٢٤٠ |
الآية [١٦٥] : (١) ٢٥١ |
الآية [٢٢] : (١) ٢٦٣ |
الآية [١٢٨] : (١) ٢٤١ |
الآية [١٦٦] : (١) ٢٥٢ |
الآية [٢٣] : (١) ٢٦٣ |
الآية [١٢٩] : (١) ٢٤٢ |
الآية [١٦٦] : (١) ٢٥٢ |
الآية [٢٤] : (١) ٢٦٤ |
الآية [١٣١] : (١) ٢٤٢ |
الآيتان [١٦٧،١٦٨] : (١) ٢٥٢ |
الآية [٢٥] : (١) ٢٦٤ |
الآية [١٣٣] : (١) ٢٤٢ |
الآيتان [١٦٩،١٧٠] : (١) ٢٥٢ |
الآية [٢٦] : (١) ٢٦٤ |
الآية [١٣٤] : (١) ٢٤٢ |
الآية [١٧٠] : (١) ٢٥٢ |
الآية [٢٧] : (١) ٢٦٤ |
الآية [١٣٥] : (١) ٢٤٢ |
الآية [١٧١] : (١) ٢٥٢ |
الآية [٢٩] : (١) ٢٦٤ |
الآيتان [١٣٨،١٣٩] : (١) ٢٤٣ |
الآية [١٧١] : (١) ٢٥٢ |
الآيتان [٣٠،٣١] : (١) ٢٦٥ |
الآية [١٤٠] : (١) ٢٤٤ |
الآية [١٧٣] : (١) ٢٥٣ |
الآية [٣٣] : (١) ٢٦٦ |
الآية [١٤١] : (١) ٢٤٤ |
الآية [١٧٤] : (١) ٢٥٣ |
الآية [٣٤] : (١) ٢٦٦ |
الآية [١٤٢] : (١) ٢٤٤ |
الآية [١٧٥] : (١) ٢٥٤ |
الآية [٣٥] : (١) ٢٦٧ |
الآية [١٤٣] : (١) ٢٤٥ |
الآية [١٧٥] : (١) ٢٥٤ |
الآية [٣٥] : (١) ٢٦٧ |
الآية [١٤٤] : (١) ٢٤٥ |
الآية [١٧٦] : (١) ٢٥٤ |
الآية [٣٨] : (١) ٢٦٧ |
الآية [١٤٥] : (١) ٢٤٢ |
سورة المائدة |
الآية [٢٩] : (١) ٢٦٤ |
الآية [١٤٦] : (١) ٢٤٥ |
الآية [١] : (١) ٢٥٥ |
الآية [٤٢] : (١) ٢٦٨ |
الآية [١٤٧] : (١) ٢٤٦ |
الآية [٢] : (١) ٢٥٦ |
الآية [٤٤] : (١) ٢٦٩ |
الآية [١٤٨] : (١) ٢٤٦ |
الآية [٣] : (١) ٢٥٧ |
الآية [٤٥] : (١) ٢٦٩ |
الآية [١٤٩] : (١) ٢٤٦ |
الآية [٤] : (١) ٢٥٨ |
الآية [٤٦] : (١) ٢٧٠ |
الآية [١٥٠] : (١) ٢٤٦ |
الآية [٥] : (١) ٢٥٨ |
الآية [٤٧] : (١) ٢٧٠ |
الآية [١٥١] : (١) ٢٤٧ |
الآية [٦] : (١) ٢٥٩ |
الآية [٤٨] : (١) ٢٧٠ |
الآية [١٥١] : (١) ٢٤٧ |
الآية [٧] : (١) ٢٥٩ |
الآية [٤٨] : (١) ٢٧٠ |
الآية [١٥٢] : (١) ٢٤٧ |
الآية [٧] : (١) ٢٦٠ |
الآية [٤٩] : (١) ٢٧١ |
الآية [١٥٣] : (١) ٢٤٧ |
الآية [٨] : (١) ٢٦٠ |
الآية [٥٠] : (١) ٢٧١ |
الآية [١٥٤] : (١) ٢٤٧ |
الآية [٩] : (١) ٢٥٩ |
الآية [٥١] : (١) ٢٧١ |
الآية [١٥٥] : (١) ٢٤٨ |
الآية [١٢] : (١) ٢٦٠ |
الآية [٥٢] : (١) ٢٧٢ |
الآيتان [١٥٨،١٥٧] : (١) |
الآية [١٣] : (١) ٢٦١ |
الآية [٥٣] : (١) ٢٧٢ |
٢٤٨ |
الآية [١٤] : (١) ٢٦١ |
الآية [٥٤] : (١) ٢٧٣ |
الآية [١٥٩] : (١) ٢٤٩ |
الآية [١٥] : (١) ٢٦٢ |
الآية [٥٥] : (١) ٢٧٣ |
الآية [١٦٠] : (١) ٢٤٩ |
الآية [١٦] : (١) ٢٦٢ |
الآية [٥٦] : (١) ٢٧٣ |
الآية [٥٧] : (١) ٢٧٣ |
الآية [١٠٦] : (١) ٢٨٥ |
الآية [٢٣] : (٢) ٦ |
الآية [٥٩] : (١) ٢٧٤ |
الآية [١٠٧] : (١) ٢٨٦ |
الآية [٢٥] : (٢) ٧ |
الآية [٦٠] : (١) ٢٧٤ |
الآية [١٠٨] : (١) ٢٨٧ |
الآية [٢٦] : (٢) ٧ |
الآية [٦١] : (١) ٢٧٥ |
الآية [١٠٩] : (١) ٢٨٧ |
الآية [٢٧] : (٢) ٧ |
الآية [٦٤] : (١) ٢٧٥ |
الآية [١١٠] : (١) ٢٨٨ |
الآية [٢٨] : (٢) ٧ |
الآية [٦٥] : (١) ٢٧٥ |
الآية [١١١] : (١) ٢٨٨ |
الآية [٢٩] : (٢) ٨ |
الآية [٦٧] : (١) ٢٧٥ |
الآية [١١٢] : (١) ٢٨٨ |
الآية [٣١] : (٢) ٨ |
الآية [٦٩] : (١) ٢٧٦ |
الآية [١١٣] : (١) ٢٨٩ |
الآية [٣٢] : (٢) ٨ |
الآية [٧٠] : (١) ٢٧٦ |
الآية [١١٤] : (١) ٢٨٩ |
الآية [٣٢] : (٢) ٨ |
الآية [٧١] : (١) ٢٧٦ |
الآية [١١٥] : (١) ٢٨٩ |
الآية [٣٤] : (٢) ٩ |
الآية [٧٢] : (١) ٢٧٧ |
الآية [١١٦] : (١) ٢٨٩ |
الآية [٣٥] : (٢) ٩ |
الآية [٧٣] : (١) ٢٧٨ |
الآية [١١٦] : (١) ٢٨٩ |
الآية [٣٥] : (٢) ٩ |
الآية [٧٣] : (١) ٢٧٨ |
الآية [١١٧] : (١) ٢٩٠ |
الآية [٣٦] : (٢) ٩ |
الآيتان [٧٥،٧٦] : (١) ٢٧٨ |
الآية [١١٨] : (١) ٢٩٠ |
الآية [٣٧] : (٢) ٩ |
الآية [٧٧] : (١) ٢٧٨ |
الآية [١١٩] : (١) ٢٩٠ |
الآية [٣٨] : (٢) ٩ |
الآية [٧٨] : (١) ٢٧٨ |
الآية [١١٩] : (١) ٢٩٠ |
الآية [٣٩] : (٢) ١٠ |
الآية [٧٩] : (١) ٢٧٩ |
الآية [١٢٠] : (١) ٢٩١ |
الآية [٣٩] : (٢) ١٠ |
الآية [٨٠] : (١) ٢٧٩ |
سورة الأنعام |
الآية [٤٠] : (٢) ١٠ |
الآية [٨١] : (١) ٢٧٩ |
الآية [١] : (٢) ٣ |
الآية [٤١] : (٢) ١١ |
الآية [٨٢] : (١) ٢٧٩ |
الآية [٢] : (٢) ٣ |
الآية [٤٩] : (٢) ١١ |
الآية [٨٣] : (١) ٢٨٠ |
الآية [٣] : (٢) ٣ |
الآية [٥٢] : (٢) ١١ |
الآية [٨٤] : (١) ٢٨٠ |
الآية [٤] : (٢) ٣ |
الآية [٥٣] : (٢) ١١ |
الآية [٨٧] : (١) ٢٨٠ |
الآية [٦] : (٢) ٤ |
الآيتان [٥٥،٥٦] : (٢) ١٢ |
الآية [٨٨] : (١) ٢٨٠ |
الآية [٧] : (٢) ٤ |
الآية [٥٧] : (٢) ١٣ |
الآية [٨٩] : (١) ٢٨٠ |
الآية [٨] : (٢) ٤ |
الآية [٥٨] : (٢) ١٣ |
الآية [٩٠] : (١) ٢٨١ |
الآية [٩] : (٢) ٤ |
الآية [٥٩] : (٢) ١٣ |
الآية [٩٣] : (١) ٢٨١ |
الآية [١٠] : (٢) ٤ |
الآية [٦٠] : (٢) ١٣ |
الآية [٩٤] : (١) ٢٨٢ |
الآية [١٢] : (٢) ٤ |
الآية [٦١] : (٢) ١٤ |
الآية [٩٥] : (١) ٢٨٢ |
الآية [١٤] : (٢) ٥ |
الآية [٦٢] : (٢) ١٤ |
الآية [٩٦] : (١) ٢٨٣ |
الآية [١٦] : (٢) ٥ |
الآية [٦٣] : (٢) ١٤ |
الآية [٩٧] : (١) ٢٨٣ |
الآية [١٩] : (٢) ٥ |
الآية [٦٥] : (٢) ١٤ |
الآية [١٠١] : (١) ٢٨٣ |
الآية [٢٠] : (٢) ٦ |
الآيتان [٦٦،٦٧] : (٢) ١٥ |
الآية [١٠٢] : (١) ٢٨٤ |
الآية [٢١] : (٢) ٦ |
الآية [٦٨] : (٢) ١٥ |
الآية [٦٩] : (٢) ١٥ |
الآية [١٠٨] : (٢) ٢٦ |
الآية [١٤٥] : (٢) ٣٧ |
الآية [٧٠] : (٢) ١٥ |
الآية [١٠٩] : (٢) ٢٧ |
الآية [١٤٦] : (٢) ٣٧ |
الآية [٧١] : (٢) ١٦ |
الآية [١١٠] : (٢) ٢٧ |
الآية [١٤٧] : (٢) ٣٨ |
الآيتان [٧٢،٧٣] : (٢) ١٦ |
الآية [١١١] : (٢) ٢٧ |
الآية [١٤٨] : (٢) ٣٨ |
الآية [٧٤] : (٢) ١٧ |
الآية [١١٢] : (٢) ٢٨ |
الآية [١٤٩] : (٢) ٣٨ |
الآية [٧٥] : (٢) ١٧ |
الآية [١١٣] : (٢) ٢٨ |
الآية [١٥٠] : (٢) ٣٨ |
الآية [٧٦] : (٢) ١٨ |
الآية [١١٤] : (٢) ٢٨ |
الآية [١٥١] : (٢) ٣٩ |
الآية [٧٨] : (٢) ١٨ |
الآية [١١٥] : (٢) ٢٩ |
الآية [١٥٢] : (٢) ٣٩ |
الآية [٧٩] : (٢) ١٨ |
الآية [١١٦] : (٢) ٢٩ |
الآية [١٥٣] : (٢) ٣٩ |
الآية [٨٠] : (٢) ١٨ |
الآية [١١٧] : (٢) ٢٩ |
الآية [١٥٤] : (٢) ٣٩ |
الآية [٨١] : (٢) ١٩ |
الآية [١١٨] : (٢) ٢٩ |
الآية [١٥٥] : (٢) ٣٩ |
الآية [٨٢] : (٢) ١٩ |
الآية [١١٩] : (٢) ٢٩ |
الآية [١٥٦] : (٢) ٤٠ |
الآية [٨٣] : (٢) ١٩ |
الآية [١٢١] : (٢) ٣٠ |
الآية [١٥٧] : (٢) ٤١ |
الآية [٨٤] : (٢) ١٩ |
الآية [١٢٢] : (٢) ٣٠ |
الآية [١٥٨] : (٢) ٤١ |
الآية [٨٥] : (٢) ٢٠ |
الآية [١٢٣] : (٢) ٣٠ |
الآية [١٥٩] : (٢) ٤١ |
الآية [٨٦] : (٢) ٢٠ |
الآية [١٢٥] : (٢) ٣٠ |
الآية [١٦٠] : (٢) ٤٢ |
الآية [٨٧] : (٢) ٢١ |
الآية [١٢٦] : (٢) ٣١ |
الآية [١٦١] : (٢) ٤٢ |
الآية [٨٩] : (٢) ٢١ |
الآية [١٢٧] : (٢) ٣١ |
الآية [١٦٢] : (٢) ٤٢ |
الآية [٩٠] : (٢) ٢١ |
الآية [١٢٨] : (٢) ٣١ |
الآية [١٦٥] : (٢) ٤٣ |
الآية [٩١] : (٢) ٢١ |
الآية [١٣٠] : (٢) ٣١ |
سورة الأعراف |
الآية [٩٢] : (٢) ٢١ |
الآية [١٣١] : (٢) ٣١ |
الآيتان [١،٢] : (٢) ٤٤ |
الآية [٩٣] : (٢) ٢٢ |
الآية [١٣٣] : (٢) ٣١ |
الآية [٣] : (٢) ٤٤ |
الآية [٩٤] : (٢) ٢٢ |
الآية [١٣٤] : (٢) ٣٢ |
الآية [٤] : (٢) ٤٥ |
الآية [٩٥] : (٢) ٢٢ |
الآية [١٣٥] : (٢) ٣٢ |
الآية [٥] : (٢) ٤٥ |
الآية [٩٦] : (٢) ٢٣ |
الآية [١٣٦] : (٢) ٣٢ |
الآيتان [٦،٧] : (٢) ٤٥ |
الآية [٩٨] : (٢) ٢٣ |
الآية [١٣٧] : (٢) ٣٢ |
الآيتان [٨،٩] : (٢) ٤٥ |
الآية [٩٩] : (٢) ٢٤ |
الآية [١٣٨] : (٢) ٣٣ |
الآية [١٠] : (٢) ٤٥ |
الآية [١٠٠] : (٢) ٢٥ |
الآية [١٣٩] : (٢) ٣٤ |
الآية [١١] : (٢) ٤٦ |
الآية [١٠١] : (٢) ٢٥ |
الآية [١٤٠] : (٢) ٣٥ |
الآية [١٢] : (٢) ٤٦ |
الآية [١٠٢] : (٢) ٢٥ |
الآية [١٤١] : (٢) ٣٥ |
الآيتان [١٦،١٧] : (٢) ٤٦ |
الآية [١٠٤] : (٢) ٢٥ |
الآية [١٤٢] : (٢) ٣٥ |
الآية [١٨] : (٢) ٤٧ |
الآية [١٠٥] : (٢) ٢٦ |
الآية [١٤٣] : (٢) ٣٦ |
|
الآيتان [١٩،٢٠] : (٢) ٤٧ |
الآية [٥٧] : (٢) ٥٨ |
الآية [١١٧] : (٢) ٦٦ |
الآية [٢١] : (٢) ٤٨ |
الآية [٥٨] : (٢) ٥٨ |
الآية [١١٩] : (٢) ٦٧ |
الآية [٢٢] : (٢) ٤٨ |
الآية [٥٩] : (٢) ٥٩ |
الآية [١٢٠] : (٢) ٦٧ |
الآية [٢٣] : (٢) ٤٨ |
الآية [٦٢] : (٢) ٦٠ |
الآية [١٢٦] : (٢) ٦٧ |
الآية [٢٦] : (٢) ٤٩ |
الآية [٦٣] : (٢) ٦٠ |
الآية [١٢٧] : (٢) ٦٧ |
الآية [٢٧] : (٢) ٤٩ |
الآية [٦٥] : (٢) ٦٠ |
الآية [١٣٠] : (٢) ٦٧ |
الآية [٢٩] : (٢) ٥٠ |
الآية [٦٧] : (٢) ٦٠ |
الآية [١٣١] : (٢) ٦٨ |
الآية [٣٠] : (٢) ٥٠ |
الآية [٦٩] : (٢) ٦٠ |
الآية [١٣٢] : (٢) ٦٨ |
الآية [٣٢] : (٢) ٥١ |
الآية [٧١] : (٢) ٦١ |
الآية [١٣٣] : (٢) ٦٨ |
الآية [٣٣] : (٢) ٥١ |
الآية [٧٣] : (٢) ٦١ |
الآية [١٣٧] : (٢) ٦٩ |
الآية [٣٤] : (٢) ٥١ |
الآية [٧٤] : (٢) ٦١ |
الآية [١٤٠] : (٢) ٦٩ |
الآية [٣٥] : (٢) ٥٢ |
الآيتان [٨٠،٨١] : (٢) ٦١ |
الآية [١٤١] : (٢) ٦٩ |
الآية [٣٦] : (٢) ٥٢ |
الآية [٨٢] : (٢) ٦٢ |
الآيتان [١٤٢،١٤٣] : (٢) |
الآية [٣٧] : (٢) ٥٢ |
الآية [٨٣] : (٢) ٦٢ |
٦٩ |
الآية [٣٨] : (٢) ٥٢ |
الآية [٨٤] : (٢) ٦٢ |
الآية [١٤٥] : (٢) ٧٠ |
الآية [٣٩] : (٢) ٥٣ |
الآية [٨٥] : (٢) ٦٢ |
الآية [١٤٦] : (٢) ٧١ |
الآية [٤٠] : (٢) ٥٣ |
الآية [٨٦] : (٢) ٦٢ |
الآية [١٤٧] : (٢) ٧١ |
الآية [٤١] : (٢) ٥٣ |
الآية [٨٧] : (٢) ٦٣ |
الآية [١٤٨] : (٢) ٧١ |
الآية [٤٢] : (٢) ٥٣ |
الآية [٨٩] : (٢) ٦٣ |
الآية [١٤٩] : (٢) ٧٢ |
الآية [٤٣] : (٢) ٥٣ |
الآية [٩٣] : (٢) ٦٣ |
الآية [١٥٠] : (٢) ٧٢ |
الآية [٤٤] : (٢) ٥٤ |
الآيتان [٩٧،٩٨] : (٢) ٦٣ |
الآية [١٥١] : (٢) ٧٣ |
الآية [٤٥] : (٢) ٥٤ |
الآية [١٠٠] : (٢) ٦٤ |
الآية [١٥٢] : (٢) ٧٣ |
الآية [٤٦] : (٢) ٥٤ |
الآية [١٠١] : (٢) ٦٤ |
الآية [١٥٣] : (٢) ٧٤ |
الآية [٤٧] : (٢) ٥٥ |
الآية [١٠٢] : (٢) ٦٤ |
الآية [١٥٤] : (٢) ٧٤ |
الآية [٤٨] : (٢) ٥٥ |
الآية [١٠٥] : (٢) ٦٤ |
الآية [١٥٥] : (٢) ٧٤ |
الآية [٤٩] : (٢) ٥٥ |
الآية [١٠٧] : (٢) ٦٥ |
الآية [١٥٦] : (٢) ٧٥ |
الآية [٥٠] : (٢) ٥٥ |
الآية [١١٠] : (٢) ٦٥ |
الآية [١٥٧] : (٢) ٧٥ |
الآية [٥١] : (٢) ٥٥ |
الآية [١١١] : (٢) ٦٥ |
الآية [١٥٩] : (٢) ٧٥ |
الآية [٥١] : (٢) ٥٥ |
الآية [١١٢] : (٢) ٦٦ |
الآية [١٥٩] : (٢) ٧٥ |
الآية [٥٢] : (٢) ٥٥ |
الآية [١١٣] : (٢) ٦٦ |
الآية [١٦٠] : (٢) ٧٦ |
الآية [٥٣] : (٢) ٥٦ |
الآية [١١٥] : (٢) ٦٦ |
الآيتان [١٦١،١٦٢] : (٢) ٧٦ |
الآية [٥٤] : (٢) ٥٦ |
الآية [١١٦] : (٢) ٦٦ |
الآية [١٦٣] : (٢) ٧٦ |
الآية [١٦٤] : (٢) ٧٧ |
الآية [٢٠١] : (٢) ٨٦ |
الآية [٢٦] : (٢) ٩٥ |
الآية [١٦٥] : (٢) ٧٧ |
الآية [٢٠٢] : (٢) ٨٦ |
الآية [٢٧] : (٢) ٩٥ |
الآية [١٦٦] : (٢) ٧٨ |
الآية [٢٠٣] : (٢) ٨٧ |
الآية [٢٩] : (٢) ٩٥ |
الآية [١٦٨] : (٢) ٧٨ |
الآية [٢٠٤] : (٢) ٨٧ |
الآية [٣٠] : (٢) ٩٦ |
الآية [١٦٩] : (٢) ٧٩ |
الآية [٢٠٥] : (٢) ٨٧ |
الآية [٣٢] : (٢) ٩٦ |
الآية [١٧٠] : (٢) ٧٩ |
الآية [٢٠٦] : (٢) ٨٨ |
الآية [٣٣] : (٢) ٩٦ |
الآية [١٧١] : (٢) ٧٩ |
سورة الأنفال |
الآية [٣٤] : (٢) ٦٦ |
الآيتان [١٧٢،١٧٣] : (٢) ٧٩ |
الآية [١] : (٢) ٨٩ |
الآية [٣٥] : (٢) ٩٦ |
الآية [١٧٥] : (٢) ٨٠ |
الآية [٢] : (٢) ٨٩ |
الآية [٣٧] : (٢) ٩٨ |
الآية [١٧٦] : (٢) ٨١ |
الآية [٣] : (٢) ٨٩ |
الآية [٣٨] : (٢) ٩٨ |
الآية [١٧٧] : (٢) ٨١ |
الآية [٤] : (٢) ٨٩ |
الآية [٤٠] : (٢) ٩٨ |
الآية [١٧٨] : (٢) ٨١ |
الآية [٥] : (٢) ٩٠ |
الآيتان [٤١،٤٢] : (٢) ٩٨ |
الآية [١٧٩] : (٢) ٨١ |
الآية [٦] : (٢) ٩٠ |
الآيتان [٤٣،٤٤] : (٢) ٩٩ |
الآية [١٨٠] : (٢) ٨١ |
الآية [٧] : (٢) ٩٠ |
الآية [٤٦] : (٢) ١٠٠ |
الآية [١٨١] : (٢) ٨٢ |
الآية [٨] : (٢) ٩١ |
الآية [٤٧] : (٢) ١٠٠ |
الآيتان [١٨٢،١٨٣] : (٢) |
الآية [٩] : (٢) ٩١ |
الآية [٤٨] : (٢) ١٠٠ |
٨٢ |
الآية [١٠] : (٢) ٩٢ |
الآية [٤٩] : (٢) ١٠٠ |
الآية [١٨٥] : (٢) ٨٢ |
الآية [١١] : (٢) ٩٢ |
الآية [٥٠] : (٢) ١٠٠ |
الآية [١٨٦] : (٢) ٨٢ |
الآية [١٢] : (٢) ٩٢ |
الآية [٥١] : (٢) ١٠١ |
الآية [١٨٧] : (٢) ٨٢ |
الآية [١٣] : (٢) ٩٢ |
الآية [٥٢] : (٢) ١٠١ |
الآية [١٨٨] : (٢) ٨٢ |
الآية [١٤] : (٢) ٩٣ |
الآيتان [٥٥،٥٦] : (٢) ١٠ |
الآية [١٨٩] : (٢) ٨٣ |
الآية [١٥] : (٢) ٩٣ |
الآية [٥٧] : (٢) ١٠١ |
الآية [١٩٠] : (٢) ٨٤ |
الآية [١٦] : (٢) ٩٣ |
الآية [٥٨] : (٢) ١٠١ |
الآية [١٩٣] : (٢) ٨٤ |
الآية [١٧] : (٢) ٩٣ |
الآية [٥٩] : (٢) ١٠٢ |
الآية [١٩٤] : (٢) ٨٤ |
الآية [١٨] : (٢) ٩٣ |
الآية [٦٠] : (٢) ١٠٣ |
الآية [١٩٥] : (٢) ٨٥ |
الآية [١٩] : (٢) ٩٤ |
الآية [٦١] : (٢) ١٠٣ |
الآية [١٩٦] : (٢) ٨٥ |
الآية [٢٠] : (٢) ٩٤ |
الآية [٦٤] : (٢) ١٠٠٣ |
الآية [١٩٧] : (٢) ٨٥ |
الآية [٢١] : (٢) ٩٤ |
الآية [٦٥] : (٢) ١٠٤ |
الآية [١٩٨] : (٢) ٨٥ |
الآية [٢٢] : (٢) ٩٤ |
الآية [٦٦] : (٢) ١٠٤ |
الآية [١٩٩] : (٢) ٨٥ |
الآية [٢٢] : (٢) ٩٤ |
الآية [٦٦] : (٢) ١٠٤ |
الآية [٢٠٠] : (٢) ٨٦ |
الآية [٢٤] : (٢) ٩٥ |
الآية [٦٨] : (٢) ١٠٥ |
الآية [٦٩] : (٢) ١٠٥ |
الآية [٣١] : (٢) ١١٥ |
الآية [٦٩] : (٢) ١٢٧ |
الآية [٧٠] : (٢) ١٠٥ |
الآية [٣٢] : (٢) ١١٥ |
الآية [٧٠] : (٢) ١٢٧ |
الآية [٧١] : (٢) ١٠٦ |
الآية [٢٠١] : (٢) ٨٦ |
الآية [٧٢] : (٢) ٩٥ |
الآية [٧٢] : (٢) ١٠٦ |
الآية [٣٤] : (٢) ١١٦ |
الآية [٧٣] : (٢) ١٢٨ |
الآية [٧٣] : (٢) ١٠٦ |
الآية [٣٥] : (٢) ١١٧ |
الآية [٧٤] : (٢) ١٢٨ |
الآية [٧٤] : (٢) ١٠٦ |
الآية [٣٦] : (٢) ١١٧ |
الآية [٧٥] : (٢) ١٢٨ |
الآية [٧٥] : (٢) ١٠٧ |
الآية [٣٧] : (٢) ١١٧ |
الآية [٧٧] : (٢) ١٢٨ |
سورة التوبة |
الآية [٣٨] : (٢) ١١٨ |
الآية [٧٩] : (٢) ١٢٨ |
الآية [١] : (٢) ١٠٨ |
الآية [٣٩] : (٢) ١١٨ |
الآية [٨١] : (٢) ١٢٨ |
الآية [٢] : (٢) ١٠٨ |
الآية [٤٠] : (٢) ١١٨ |
الآية [٨٢] : (٢) ١٢٩ |
الآية [٣] : (٢) ١٠٩ |
الآية [٤١] : (٢) ١١٨ |
الآية [٨٢] : (٢) ١٢٩ |
الآية [١] : (٢) ١٠٨ |
الآية [٤١] : (٢) ١٢٠ |
الآية [٨٤] : (٢) ١٢٩ |
الآيتان [٤،٥] : (٢) ١٠٩ |
الآية [٤٢] : (٢) ١٢٠ |
الآية [٨٦] : (٢) ١٢٩ |
الآية [٦] : (٢) ١٠٩ |
الآيتان [٤٤،٤٥] : (٢) ١٢٠ |
الآية [٨٧] : (٢) ١٢٩ |
الآية [٧] : (٢) ١١٠ |
الآيتان [٤٦،٤٧] : (٢) ١٢١ |
الآية [٨٨] : (٢) ١٢٩ |
الآية [٨] : (٢) ١١٠ |
الآية [٤٨] : (٢) ١٢١ |
الآية [٨٩] : (٢) ١٢٩ |
الآية [١١] : (٢) ١١٠ |
الآية [٤٩] : (٢) ١٢١ |
الآية [٩٠] : (٢) ١٣٠ |
الآية [١٢] : (٢) ١١١ |
الآية [٥٠] : (٢) ١٢٢ |
الآية [٩٢] : (٢) ١٣٠ |
الآية [١٣] : (٢) ١١١ |
الآية [٥١] : (٢) ١٢٢ |
الآية [٩٣] : (٢) ١٣١ |
الآيتان [١٤،١٥] : (٢) ١١١ |
الآية [٥٢] : (٢) ١٢٢ |
الآية [٩٧] : (٢) ١٣١ |
الآية [١٦] : (٢) ١١٢ |
الآية [٥٣] : (٢) ١٢٢ |
الآية [٩٨] : (٢) ١٣١ |
الآية [١٧] : (٢) ١١٢ |
الآية [٥٤] : (٢) ١٢٣ |
الآيتان [٩٩،١٠٠] : (٢) |
الآية [١٨] : (٢) ١١٢ |
الآية [٥٧] : (٢) ١٢٣ |
١٣٢ |
الآية [١٩] : (٢) ١١٢ |
الآية [٥٨] : (٢) ١٢٤ |
الآية [١٠١] : (٢) ١٣٢ |
الآية [٢٠] : (٢) ١١٣ |
الآية [٦٠] : (٢) ١٢٤ |
الآية [١٠٣] : (٢) ١٣٢ |
الآية [٢٢] : (٢) ١١٣ |
الآية [٦١] : (٢) ١٢٤ |
الآية [١٠٤] : (٢) ١٣٣ |
الآية [٢٣] : (٢) ١١٣ |
الآية [٦٢] : (٢) ١٢٥ |
الآية [١٠٥] : (٢) ١٣٣ |
الآية [٢٤] : (٢) ١١٣ |
الآية [٦٣] : (٢) ١٢٥ |
الآية [١٠٦] : (٢) ١٣٣ |
الآية [٢٥] : (٢) ١١٤ |
الآية [٦٤] : (٢) ١٢٦ |
الآية [١٠٧] : (٢) ١٣٣ |
الآية [٢٦] : (٢) ١١٤ |
الآيتان [٦٥،٦٦] : (٢) ١٢٦ |
الآية [١٠٨] : (٢) ١٣٤ |
الآية [٢٨] : (٢) ١١٤ |
الآية [٦٧] : (٢) ١٢٧ |
الآية [١٠٩] : (٢) ١٣٤ |
الآية [٣٠] : (٢) ١١٥ |
الآية [٦٨] : (٢) ١٢٧ |
الآية [١١٠] : (٢) ١٣٥ |
الآية [١١١] : (٢) ١٣٥ |
الآية [٢٤] : (٢) ١٤٤ |
الآية [٧١] : (٢) ١٥٢ |
الآية [١١٢] : (٢) ١٣٦ |
الآية [٢٦] : (٢) ١٤٥ |
الآية [٧٢] : (٢) ١٥٣ |
الآية [١١٤] : (٢) ١٣٦ |
الآية [٢٧] : (٢) ١٤٥ |
الآية [٧٤] : (٢) ١٥٣ |
الآية [١١٧] : (٢) ١٣٦ |
الآية [٢٨] : (٢) ١٤٥ |
الآية [٧٧] : (٢) ١٥٣ |
الآية [١١٩] : (٢) ١٣٧ |
الآية [٢٩] : (٢) ١٤٥ |
الآية [٧٨] : (٢) ١٥٤ |
الآية [١٢٠] : (٢) ١٣٧ |
الآية [٣٠] : (٢) ١٤٦ |
الآية [٨٠] : (٢) ١٥٤ |
الآية [١٢١] : (٢) ١٣٧ |
الآية [٣٢] : (٢) ١٤٦ |
الآية [٨١] : (٢) ١٥٤ |
الآية [١٢٢] : (٢) ١٣٧ |
الآية [٣٣] : (٢) ١٤٦ |
الآية [٨٢] : (٢) ١٥٥ |
الآية [١٢٣] : (٢) ١٣٨ |
الآية [٣٥] : (٢) ١٤٦ |
الآية [٨٣] : (٢) ١٥٥ |
الآية [١٢٧] : (٢) ١٣٨ |
الآية [٣٧] : (٢) ١٤٧ |
الآية [٨٥] : (٢) ١٥٥ |
الآية [١٢٨] : (٢) ١٣٨ |
الآية [٣٨] : (٢) ١٤٨ |
الآية [٨٥] : (٢) ١٥٥ |
الآية [١٢٩] : (٢) ١٣٨ |
الآية [٣٩] : (٢) ١٤٨ |
الآيتان [٨٧،٨٨] : (٢) ١٥٦ |
الآية [١٢٩] : (٢) ١٣٨ |
الآية [٤٠] : (٢) ١٤٨ |
الآية [٨٩] : (٢) ١٥٦ |
سورة يونس |
الآية [٤١] : (٢) ١٤٨ |
الآية [٩٠] : (٢) ١٥٦ |
الآية [١] : (٢) ١٣٩ |
الآية [٤٢] : (٢) ١٤٨ |
الآية [٩٢] : (٢) ١٥٧ |
الآية [٢] : (٢) ١٣٩ |
الآية [٤٣] : (٢) ١٤٨ |
الآية [٩٤] : (٢) ١٥٧ |
الآية [١] : (٢) ١٤٠ |
الآية [٤٤] : (٢) ١٤٩ |
الآية [٩٧] : (٢) ١٥٧ |
الآية [٤] : (٢) ١٤٠ |
الآية [٤٥] : (٢) ١٤٩ |
الآية [٩٨] : (٢) ١٥٧ |
الآية [٥] : (٢) ١٤٠ |
الآية [٤٦] : (٢) ١٤٩ |
الآية [٩٩] : (٢) ١٥٧ |
الآية [٦] : (٢) ١٤١ |
الآية [٤٧] : (٢) ١٤٩ |
الآية [١٠٠] : (٢) ١٥٨ |
الآية [١] : (٢) ١٣٩ |
الآية [٥٠] : (٢) ١٥٠ |
الآية [١٠١] : (٢) ١٥٩ |
الآيتان [٧،٨] : (٢) ١٤١ |
الآية [٥١] : (٢) ١٥٠ |
الآية [١٠١] : (٢) ١٥٩ |
الآية [١٠] : (٢) ١٤١ |
الآية [٥٣] : (٢) ١٥٠ |
الآية [١٠٤] : (٢) ١٥٩ |
الآية [١١] : (٢) ١٤١ |
الآية [٥٥] : (٢) ١٥٠ |
الآية [١٠٩] : (٢) ١٥٩ |
الآية [١٢] : (٢) ١٤٢ |
الآية [٥٦] : (٢) ١٥١ |
سورة هود |
الآية [١٤] : (٢) ١٤٢ |
الآية [٥٦] : (٢) ١٥١ |
الآية [١] : (٢) ١٦٠ |
الآية [١٥] : (٢) ١٤٢ |
الآية [٥٨] : (٢) ١٥١ |
الآية [٢] : (٢) ١٦٠ |
الآية [١٩] : (٢) ١٤٣ |
الآية [٦١] : (٢) ١٥١ |
الآية [٣] : (٢) ١٦٠ |
الآية [٢٠] : (٢) ١٤٣ |
الآية [٦٢] : (٢) ١٥١ |
الآية [٥] : (٢) ١٦١ |
الآية [٢١] : (٢) ١٤٤ |
الآية [٦٣] : (٢) ١٥٢ |
الآية [٦] : (٢) ١٦١ |
الآية [٢٢] : (٢) ١٤٤ |
الآية [٦٥] : (٢) ١٥٢ |
الآية [٧] : (٢) ١٦١ |
الآية [٢٣] : (٢) ١٤٤ |
الآية [٧٠] : (٢) ١٥٢ |
الآيتان [٨،٩] : (٢) ١٦٢ |
|
|
الآية [١٠] : (٢) ١٦١ |
الآية [١١] : (٢) ١٦١ |
الآية [٤٨] : (٢) ١٧١ |
الآية [٨٩] : (٢) ١٨١ |
الآية [١٢] : (٢) ١٦١ |
الآية [٤٩] : (٢) ١٧٢ |
الآيتان [٨٧،٨٨] : (٢) ١٥٦ |
الآية [١٣] : (٢) ١٦١ |
الآية [٥٠] : (٢) ١٧٢ |
الآية [٩٣] : (٢) ١٨١ |
الآية [١٤] : (٢) ١٦٢ |
الآية [٥١] : (٢) ١٧٢ |
الآية [٩٥] : (٢) ١٨١ |
الآية [١٥] : (٢) ١٦٣ |
الآية [٥٢] : (٢) ١٧٢ |
الآيتان [٩٨،٩٩] : (٢) ١٨٢ |
الآية [١٦] : (٢) ١٦٣ |
الآية [٥٤] : (٢) ١٧٢ |
الآية [١٠٠] : (٢) ١٨٢ |
الآية [١٧] : (٢) ١٦٣ |
الآية [٥٦] : (٢) ١٧٢ |
الآية [١٠١] : (٢) ١٨٢ |
الآية [٢٠] : (٢) ١٦٤ |
الآية [٥٧] : (٢) ١٧٣ |
الآية [١٠٢] : (٢) ١٨٢ |
الآية [٢١] : (٢) ١٦٤ |
الآية [٥٨] : (٢) ١٧٣ |
الآية [١٠٣] : (٢) ١٨٢ |
الآية [٢٢] : (٢) ١٦٥ |
الآية [٥٩] : (٢) ١٧٣ |
الآية [١٠٥] : (٢) ١٨٢ |
الآية [٢٣] : (٢) ١٦٥ |
الآية [٦٠] : (٢) ١٧٣ |
الآية [١٠٦] : (٢) ١٨٣ |
الآية [٢٤] : (٢) ١٦٥ |
الآية [٦١] : (٢) ١٧٣ |
الآية [١٠٧] : (٢) ١٨٣ |
الآية [٢٥] : (٢) ١٦٥ |
الآية [٦٤] : (٢) ١٧٤ |
الآية [١٠٨] : (٢) ١٨٤ |
الآية [٢٧] : (٢) ١٦٥ |
الآية [٦٥] : (٢) ١٧٤ |
الآية [١٠٩] : (٢) ١٨٤ |
الآية [٢٨] : (٢) ١٦٦ |
الآية [٦٦] : (٢) ١٧٤ |
الآية [١١٠] : (٢) ١٨٤ |
الآية [٣٠] : (٢) ١٦٧ |
الآية [٦٧] : (٢) ١٧٥ |
الآية [١١١] : (٢) ١٨٥ |
الآية [٣١] : (٢) ١٦٧ |
الآية [٦٩] : (٢) ١٧٥ |
الآية [١١٣] : (٢) ١٨٦ |
الآية [٣٢] : (٢) ١٦٧ |
الآية [٧٠] : (٢) ١٧٦ |
الآية [١١٤] : (٢) ١٨٧ |
الآية [٣٤] : (٢) ١٦٧ |
الآية [٧١] : (٢) ١٧٦ |
الآية [١١٥] : (٢) ١٨٧ |
الآية [٣٥] : (٢) ١٦٧ |
الآية [٧٢] : (٢) ١٧٧ |
الآية [١١٦] : (٢) ١٨٧ |
الآية [٣٦] : (٢) ١٦٨ |
الآية [٧٣] : (٢) ١٧٧ |
الآية [١١٨] : (٢) ١٨٧ |
الآية [٣٧] : (٢) ١٦٨ |
الآيتان [٧٤،٧٥] : (٢) ١٧٧ |
الآية [١١٩] : (٢) ١٨٧ |
الآية [٣٨] : (٢) ١٦٨ |
الآية [٧٧] : (٢) ١٧٨ |
الآية [١٢٠] : (٢) ١٨٧ |
الآية [٣٩] : (٢) ١٦٨ |
الآية [٧٩] : (٢) ١٧٨ |
الآية [١٢٣] : (٢) ١٨٨ |
الآية [٤٠] : (٢) ١٦٨ |
الآية [٨١] : (٢) ١٧٩ |
سورة يوسف |
الآية [٤١] : (٢) ١٦٩ |
الآية [٨٢] : (٢) ١٧٩ |
الآية [١] : (٢) ١٨٩ |
الآية [٤٢] : (٢) ١٦٩ |
الآية [٨٣] : (٢) ١٧٩ |
الآية [٢] : (٢) ١٨٩ |
الآية [٤٣] : (٢) ١٧٠ |
الآية [٨٤] : (٢) ١٧٩ |
الآية [٣] : (٢) ١٨٩ |
الآية [٤٤] : (٢) ١٧٠ |
الآية [٨٦] : (٢) ١٨٠ |
الآية [٤] : (٢) ١٩٠ |
الآية [٤٥] : (٢) ١٧٠ |
الآية [٨٧] : (٢) ١٨٠ |
الآية [٥] : (٢) ١٩٠ |
الآية [٤٦] : (٢) ١٧١ |
الآية [٨٨] : (٢) ١٨٠ |
الآية [٦] : (٢) ١٩٠ |
الآية [٧] : (٢) ١٩٢ |
الآية [٤٨] : (٢) ٢٠٥ |
الآية [٨٦] : (٢) ٢١٣ |
الآية [٨] : (٢) ١٩٣ |
الآيتان [٥٠،٥١] : (٢) ٢٠٥ |
الآية [٨٧] : (٢) ٢١٣ |
الآية [٩] : (٢) ١٩٣ |
الآية [٥٢] : (٢) ٢٠٥ |
الآيات] ٩٠،٨٨] : (٢) ٢١٤ |
الآية [١٠] : (٢) ١٩٣ |
الآية [٥٣] : (٢) ٢٠٦ |
الآية [٩] : (٢) ٢١٤ |
الآية [١١] : (٢) ١٩٤ |
الآية [٥٤] : (٢) ٢٠٦ |
الآية [٩٢] : (٢) ٢١٤ |
الآية [١٢] : (٢) ١٩٤ |
الآية [٥٥] : (٢) ٢٠٦ |
الآية [٩٣] : (٢) ٢١٤ |
الآية [١٣] : (٢) ١٩٥ |
الآية [٥٦] : (٢) ٢٠٦ |
الآية [٩٦] : (٢) ٢١٥ |
الآيتان [١٦،١٧] : (٢) ١٩٥ |
الآية [٥٨] : (٢) ٢٠٦ |
الآيتان [٩٩،١٠٠] : (٢) |
الآية [١٨] : (٢) ١٩٥ |
الآية [٥٩] : (٢) ٢٠٦ |
٢١٥ |
الآية [١٩] : (٢) ١٩٦ |
الآية [٦٠] : (٢) ٢٠٦ |
الآية [١٠١] : (٢) ٢١٥ |
الآية [٢٠] : (٢) ١٩٦ |
الآية [٦٢] : (٢) ٢٠٧ |
الآية [١٠٢] : (٢) ٢١٥ |
الآية [٢١] : (٢) ١٩٧ |
الآية [٦٣] : (٢) ٢٠٧ |
الآية [١٠٣] : (٢) ٢١٥ |
الآية [٢٢] : (٢) ١٩٧ |
الآية [٦٤] : (٢) ٢٠٧ |
الآيتان [١٠٥،١٠٦] : (٢) |
الآية [٢٣] : (٢) ١٩٧ |
الآية [٦٥] : (٢) ٢٠٧ |
٢١٥ |
الآية [٢٤] : (٢) ١٩٩ |
الآية [٦٦] : (٢) ٢٠٨ |
الآية [١٠٧] : (٢) ٢١٦ |
الآية [٢٥] : (٢) ١٩٩ |
الآية [٦٧] : (٢) ٢٠٨ |
الآية [١٠٨] : (٢) ٢١٦ |
الآيتان [٢٦،٢٧] : (٢) ١٩٩ |
الآية [٦٨] : (٢) ٢٠٨ |
الآية [١٠٩] : (٢) ٢١٦ |
الآية [٢٩] : (٢) ٢٠٠ |
الآية [٧٠] : (٢) ٢٠٩ |
الآية [١١٠] : (٢) ٢١٦ |
الآية [٣٠] : (٢) ٢٠٠ |
الآية [٧٢] : (٢) ٢٠٩ |
الآية [١١١] : (٢) ٢١٧ |
الآية [٣١] : (٢) ٢٠٠ |
الآية [٧٣] : (٢) ٢٠٩ |
سورة الرعد |
الآية [٣٣] : (٢) ٢٠٢ |
الآية [٧٤] : (٢) ٢٠٩ |
الآية [١] : (٢) ٢١٨ |
الآية [٣٥] : (٢) ٢٠٢ |
الآية [٧٥] : (٢) ٢٠٩ |
الآية [٢] : (٢) ٢١٨ |
الآية [٣٦] : (٢) ٢٠٣ |
الآية [٧٦] : (٢) ٢١٠ |
الآية [٣] : (٢) ٢١٨ |
الآية [٤٠] : (٢) ٣٠٣ |
الآية [٧٨] : (٢) ٢١١ |
الآية [٤] : (٢) ٢١٩ |
الآية [٤١] : (٢) ٢٠٣ |
الآية [٧٩] : (٢) ٢١١ |
الآية [٥] : (٢) ٢١٩ |
الآية [٤٢] : (٢) ٢٠٤ |
الآية [٨٠] : (٢) ٢١١ |
الآية [٦] : (٢) ٢٢٠ |
الآية [٤٣] : (٢) ٢٠٤ |
الآية [٨١] : (٢) ٢١٢ |
الآية [٧] : (٢) ٢٢٠ |
الآية [٤٤] : (٢) ٢٠٤ |
الآية [٨٢] : (٢) ٢١٢ |
الآية [٨] : (٢) ٢٢٠ |
الآية [٤٥] : (٢) ٢٠٤ |
الآية [٨٣] : (٢) ٢١٢ |
الآية [٩] : (٢) ٢٢٠ |
الآية [٤٦] : (٢) ٢٠٥ |
الآية [٨٤] : (٢) ٢١٢ |
الآية [١٠] : (٢) ٢٢١ |
الآية [٤٧] : (٢) ٢٠٥ |
الآية [٨٥] : (٢) ٢١٣ |
الآية [١١] : (٢) ٢٢١ |
الآية [١٢] : (٢) ٢٢١ |
الآية [٦] : (٢) ٢٢٨ |
الآية [٢] : (٢) ٢٣٦ |
الآية [١٣] : (٢) ٢٢١ |
الآية [٨] : (٢) ٢٢٩ |
الآية [٣] : (٢) ٢٣٧ |
الآية [١٤] : (٢) ٢٢٢ |
الآية [٩] : (٢) ٢٢٩ |
الآية [٤] : (٢) ٢٣٧ |
الآية [١٥] : (٢) ٢٢٢ |
الآية [١١] : (٢) ٢٢٩ |
الآية [٨] : (٢) ٢٣٧ |
الآية [١٦] : (٢) ٢٢٢ |
الآية [١٢] : (٢) ٢٢٩ |
الآية [٩] : (٢) ٢٣٧ |
الآية [١٧] : (٢) ٢٢٢ |
الآية [١٤] : (٢) ٢٢٩ |
الآية [١٢] : (٢) ٢٣٧ |
الآية [١٨] : (٢) ٢٣٢ |
الآية [١٥] : (٢) ٢٢٩ |
الآيتان [١٤،١٥] : (٢) ٢٣٨ |
الآيتان [١٩،٢٠] : (٢) ٢٢٣ |
الآية [١٧] : (٢) ٢٢٩ |
الآيتان [١٧،١٨] : (٢) ٢٣٨ |
الآية [٢١] : (٢) ٢٢٣ |
الآية [١٨] : (٢) ٢٣٠ |
الآية [١٩] : (٢) ٢٣٨ |
الآية [٢٢] : (٢) ٢٢٣ |
الآية [٢١] : (٢) ٢٣١ |
الآية [٢٠] : (٢) ٢٣٨ |
الآيتان [٢٣،٢٤] : (٢) ٢٢٣ |
الآية [٢٢] : (٢) ٢٣١ |
الآية [٢١] : (٢) ٢٣٨ |
الآية [٢٧] : (٢) ٢٢٤ |
الآية [٢٦] : (٢) ٢٣١ |
الآية [٢٢] : (٢) ٢٣٩ |
الآية [٢٨] : (٢) ٢٢٤ |
الآية [٢٨] : (٢) ٢٣٢ |
الآية [٢٥] : (٢) ٢٣٩ |
الآية [٢٩] : (٢) ٢٢٤ |
الآية [٢٩] : (٢) ٢٣٢ |
الآية [٢٦] : (٢) ٢٣٩ |
الآية [٣٠] : (٢) ٢٢٤ |
الآية [٣٠] : (٢) ٢٣٢ |
الآية [٢٧] : (٢) ٢٣٩ |
الآية [٣١] : (٢) ٢٢٤ |
الآية [٣١] : (٢) ٢٣٢ |
الآية [٢٩] : (٢) ٢٣٩ |
الآية [٣٣] : (٢) ٢٢٤ |
الآية [٣٣] : (٢) ٢٣٢ |
الآية [٣٠] : (٢) ٢٣٩ |
الآية [٣٤] : (٢) ٢٢٥ |
الآية [٣٤] : (٢) ٢٣٣ |
الآية [٣١] : (٢) ٢٤٠ |
الآية [٣٥] : (٢) ٢٢٥ |
الآية [٣٥] : (٢) ٢٣٣ |
الآية [٣٢] : (٢) ٢٤٠ |
الآية [٣٦] : (٢) ٢٢٥ |
الآية [٣٦] : (٢) ٢٣٣ |
الآيتان [٣٧،٣٨] : (٢) ٢٤٠ |
الآيتان [٣٨،٣٩] : (٢) ٢٢٥ |
الآية [٣٧] : (٢) ٢٣٣ |
الآية [٣٩] : (٢) ٢٤٠ |
الآية [٤٠] : (٢) ٢٢٦ |
الآية [٤٢] : (٢) ٢٣٣ |
الآية [٤٠] : (٢) ٢٤٠ |
الآية [٤١] : (٢) ٢٢٦ |
الآية [٤٣] : (٢) ٢٣٣ |
الآية [٤١] : (٢) ٢٤٠ |
الآية [٤٢] : (٢) ٢٢٦ |
الآية [٤٤] : (٢) ٢٣٣ |
الآية [٤٢] : (٢) ٢٤٠ |
الآية [٤٣] : (٢) ٢٢٦ |
الآية [٤٦] : (٢) ٢٣٤ |
الآية [٤٧] : (٢) ٢٤١ |
سورة إبراهيم |
الآية [٤٧] : (٢) ٢٣٤ |
الآية [٥١] : (٢) ٢٤١ |
الآية [١] : (٢) ٢٢٧ |
الآية [٤٨] : (٢) ٢٣٥ |
الآية [٥٣] : (٢) ٢٤١ |
الآية [٢] : (٢) ٢٢٧ |
الآية [٤٩] : (٢) ٢٣٥ |
الآية [٥٤] : (٢) ٢٤١ |
الآية [٣] : (٢) ٢٢٧ |
الآية [٥٢] : (٢) ٢٣٥ |
الآيتان [٥٥،٥٦] : (٢) ٢٤٢ |
الآية [٤] : (٢) ٢٢٧ |
سورة الحجر |
الآية [٥٧] : (٢) ٢٤٢ |
الآية [٥] : (٢) ٢٢٨ |
الآية [١] : (٢) ٢٣٦ |
الآية [٦٠] : (٢) ٢٤٢ |
الآية [٦٣] : (٢) ٢٤٣ |
الآية [٣٣] : (٢) ٢٥٠ |
الآية [٧٩] : (٢) ٢٥٧ |
الآية [٦٥] : (٢) ٢٤٣ |
الآية [٣٣] : (٢) ٢٥٠ |
الآية [٨١] : (٢) ٢٥٧ |
الآية [٦٦] : (٢) ٢٤٣ |
الآيتان [٣٧،٣٨] : (٢) ٢٥٠ |
الآية [٨٣] : (٢) ٢٥٧ |
الآية [٦٧] : (٢) ٢٤٤ |
الآية [٤٠] : (٢) ٢٥٠ |
الآية [٨٤] : (٢) ٢٥٧ |
الآية [٦٨] : (٢) ٢٤٤ |
الآية [٤١] : (٢) ٢٥٠ |
الآية [٨٦] : (٢) ٢٥٨ |
الآية [٧٢] : (٢) ٢٤٤ |
الآية [٤٢] : (٢) ٢٥١ |
الآية [٨٧] : (٢) ٢٥٨ |
الآية [٧٣] : (٢) ٢٤٤ |
الآية [٤٤] : (٢) ٢٥١ |
الآية [٨٨] : (٢) ٢٥٨ |
الآية [٧٥] : (٢) ٢٤٤ |
الآية [٤٦] : (٢) ٢٥١ |
الآية [٨٩] : (٢) ٢٥٨ |
الآية [٧٨] : (٢) ٢٤٤ |
الآية [٤٧] : (٢) ٢٥١ |
الآية [٩٠] : (٢) ٢٥٨ |
الآية [٧٩] : (٢) ٢٤٥ |
الآيتان [٤٨،٤٩] : (٢) ٢٥١ |
الآية [٩١] : (٢) ٢٥٨ |
الآية [٨٠] : (٢) ٢٤٥ |
الآية [٥١] : (٢) ٢٥١ |
الآية [٩٢] : (٢) ٢٥٩ |
الآية [٨٢] : (٢) ٢٤٥ |
الآية [٥٣] : (٢) ٢٥٢ |
الآية [٩٤] : (٢) ٢٥٩ |
الآيتان [٨٧،٨٨] : (٢) ٢٤٥ |
الآية [٥٣] : (٢) ٢٥٢ |
الآية [٩٦] : (٢) ٢٥٩ |
الآيتان [٩٠،٩١] : (٢) ٢٤٥ |
الآية [٥٦] : (٢) ٢٥٢ |
الآيتان [٩٨،٩٩] : (٢) ٢٦٠ |
الآية [٩٢] : (٢) ٢٤٦ |
الآية [٥٧] : (٢) ٢٥٢ |
الآية [١٠١] : (٢) ٢٦٠ |
الآية [٩٤] : (٢) ٢٤٦ |
الآية [٥٨] : (٢) ٢٥٢ |
الآية [١٠٣] : (٢) ٢٦١ |
الآية [٩٦] : (٢) ٢٤٦ |
الآية [٦٠] : (٢) ٢٥٣ |
الآية [١٠٦] : (٢) ٢٦١ |
الآية [٩٩] : (٢) ٢٤٦ |
الآية [٦١] : (٢) ٢٥٣ |
الآية [١٠٧] : (٢) ٢٦١ |
سورة النحل |
الآية [٦٢] : (٢) ٢٥٣ |
الآية [١١٠] : (٢) ٢٦١ |
الآية [١] : (٢) ٢٤٧ |
الآية [٦٣] : (٢) ٢٥٤ |
الآية [١١١] : (٢) ٢٦١ |
الآيتان [٢،٣] : (٢) ٢٤٧ |
الآية [٦٤] : (٢) ٢٥٤ |
الآية [١١٢] : (٢) ٢٦٢ |
الآية [٥] : (٢) ٢٤٧ |
الآية [٦٦] : (٢) ٢٥٤ |
الآية [١١٦] : (٢) ٢٦٢ |
الآية [٨] : (٢) ٢٤٧ |
الآية [٦٧] : (٢) ٢٥٤ |
الآية [١١٧] : (٢) ٢٦٢ |
الآية [١٣] : (٢) ٢٤٨ |
الآية [٧٠] : (٢) ٢٥٥ |
الآية [١٢٠] : (٢) ٢٦٢ |
الآية [١٥] : (٢) ٢٤٨ |
الآية [٧١] : (٢) ٢٥٥ |
الآية [١٢٤] : (٢) ٢٦٢ |
الآية [٢٠] : (٢) ٢٤٨ |
الآية [٧٢] : (٢) ٢٥٥ |
الآية [١٢٧] : (٢) ٢٦٢ |
الآية [٢١] : (٢) ٢٤٨ |
الآية [٧٣] : (٢) ٢٥٦ |
الآية [١٢٨] : (٢) ٢٦٣ |
الآية [٢٣] : (٢) ٢٤٩ |
الآية [٧٤] : (٢) ٢٥٦ |
سورة الإسراء |
الآية [٢٤] : (٢) ٢٤٩ |
الآية [٧٥] : (٢) ٢٥٦ |
الآية [١٢٨] : (٢) ٢٦٣ |
الآية [٣٠] : (٢) ٢٤٩ |
الآية [٧٦] : (٢) ٢٥٦ |
الآيتان [٢،٣] : (٢) ٢٦٤ |
الآية [٣١] : (٢) ٢٤٩ |
الآية [٧٨] : (٢) ٢٥٧ |
الآية [٤] : (٢) ٢٦٥ |
الآية [٥] : (٢) ٢٦٥ |
الآية [٤٦] : (٢) ٢٧٤ |
الآية [٨٥] : (٢) ٢٨٢ |
الآية [٦] : (٢) ٢٦٥ |
الآية [٤٧] : (٢) ٢٧٤ |
الآية [٨٧] : (٢) ٢٨٣ |
الآية [٧] : (٢) ٢٦٦ |
الآية [٤٨] : (٢) ٢٧٤ |
الآية [٨٨] : (٢) ٢٨٣ |
الآية [٨] : (٢) ٢٦٧ |
الآية [٤٩] : (٢) ٢٧٤ |
الآيتان [٩٠،٩١] : (٢) ٢٨٣ |
الآية [٩] : (٢) ٢٦٧ |
الآيتان [٥٠،٥١] : (٢) ٢٧٤ |
الآية [٩٢] : (٢) ٢٨٤ |
الآية [١٠] : (٢) ٢٦٧ |
الآية [٥٢] : (٢) ٢٧٤ |
الآية [٩٣] : (٢) ٢٨٤ |
الآية [١١] : (٢) ٢٦٧ |
الآية [٥٣] : (٢) ٢٧٥ |
الآية [٩٤] : (٢) ٢٨٤ |
الآيتان [١٢،١٣] : (٢) ٢٦٨ |
الآية [٥٦] : (٢) ٢٧٥ |
الآية [٩٥] : (٢) ٢٨٤ |
الآية [١٤] : (٢) ٢٦٨ |
الآية [٥٧] : (٢) ٢٧٥ |
الآية [٩٦] : (٢) ٢٨٤ |
الآية [١٥] : (٢) ٢٦٨ |
الآية [٥٨] : (٢) ٢٧٦ |
الآية [٩٧] : (٢) ٢٨٥ |
الآية [١٦] : (٢) ٢٦٩ |
الآية [٥٩] : (٢) ٢٧٦ |
الآية [١٠٠] : (٢) ٢٨٥ |
الآية [١٧] : (٢) ٢٦٩ |
الآية [٦٠] : (٢) ٢٧٧ |
الآية [١٠١] : (٢) ٢٨٥ |
الآية [١٨] : (٢) ٢٦٩ |
الآية [٦١] : (٢) ٢٧٧ |
الآية [١٠٢] : (٢) ٢٨٥ |
الآية [٢٠] : (٢) ٢٦٩ |
الآية [٦٢] : (٢) ٢٧٧ |
الآية [١٠٤] : (٢) ٢٨٦ |
الآية [٢١] : (٢) ٢٦٩ |
الآية [٦٣] : (٢) ٢٧٨ |
الآية [١٠٥] : (٢) ٢٨٦ |
الآية [٢٢] : (٢) ٢٦٨ |
الآية [٦٤] : (٢) ٢٧٦ |
الآية [١٠٦] : (٢) ٢٨٦ |
الآية [٢٣] : (٢) ٢٦٩ |
الآية [٦٥] : (٢) ٢٧٨ |
الآية [١٠٧] : (٢) ٢٨٦ |
الآية [٢٨] : (٢) ٢٧٠ |
الآية [٦٧] : (٢) ٢٧٨ |
الآية [١٠٨] : (٢) ٢٨٦ |
الآية [٢٨] : (٢) ٢٧٠ |
الآية [٦٧] : (٢) ٢٧٨ |
الآية [١٠٨] : (٢) ٢٨٦ |
الآية [٢٩] : (٢) ٢٧٠ |
الآية [٦] : (٢) ٢٧٦ |
الآية [٩٧] : (٢) ٢٨٥ |
الآية [٣٠] : (٢) ٢٧١ |
الآية [٦٩] : (٢) ٢٧٩ |
الآية [١١٠] : (٢) ٢٨٦ |
الآية [٣١] : (٢) ٢٧١ |
الآية [٧٠] : (٢) ٢٧٩ |
الآية [١١١] : (٢) ٢٨٧ |
الآية [٣٢] : (٢) ٢٧١ |
الآية [٧١] : (٢) ٢٧٩ |
سورة الكهف |
الآية [٣٣] : (٢) ٢٧٢ |
الآية [٧٢] : (٢) ٢٨٠ |
الآية [١] : (٢) ٢٨٨ |
الآية [٣٤] : (٢) ٢٦٨ |
الآية [٧٣] : (٢) ٢٧٦ |
الآية [٢] : (٢) ٢٨٥ |
الآية [٣٦] : (٢) ٢٧٢ |
الآية [٧٤] : (٢) ٢٨٠ |
الآية [٤] : (٢) ٢٨٨ |
الآية [٣٧] : (٢) ٢٧٢ |
الآية [٧٥] : (٢) ٢٨٠ |
الآية [٥] : (٢) ٢٨٨ |
الآية [٤٠] : (٢) ٢٧٣ |
الآية [٧٦] : (٢) ٢٨١ |
الآية [٦] : (٢) ٢٨٨ |
الآية [٤١] : (٢) ٢٧٣ |
الآيتان [٧٧،٧٨] : (٢) ٢٨١ |
الآية [٦] : (٢) ٢٨٨ |
الآية [٤٢] : (٢) ٢٧٣ |
الآية [٨٠] : (٢) ٢٨١ |
الآيتان [٧،٨] : (٢) ٢٨٩ |
الآية [٤٣] : (٢) ٢٧٣ |
الآية [٨١] : (٢) ٢٨١ |
الآية [٩] : (٢) ٢٨٩ |
الآية [٤٤] : (٢) ٢٧٣ |
الآية [٨٢] : (٢) ٢٨١ |
الآية [١٠] : (٢) ٢٨٩ |
الآية [٤٥] : (٢) ٢٧٣ |
الآية [٨٤] : (٢) ٢٨٢ |
الآية [١١] : (٢) ٢٨٩ |
الآية [١٢] : (٢) ٢٩٠ |
الآية [٥٥] : (٢) ٢٩٩ |
الآية [٩٩] : (٢) ٣٠٨ |
الآية [١٣] : (٢) ٢٩٠ |
الآية [٥٦] : (٢) ٢٩٩ |
الآية [١٠٠] : (٢) ٣٠٨ |
الآية [١٥] : (٢) ٢٩٠ |
الآية [٥٧] : (٢) ٢٩٩ |
الآية [١٠١] : (٢) ٣٠٨ |
الآية [١٦] : (٢) ٢٩٠ |
الآية [٥٩] : (٢) ٢٩٩ |
الآية [١٠٢] : (٢) ٣٠٨ |
الآية [١٧] : (٢) ٢٩١ |
الآية [٦٠] : (٢) ٣٠٠ |
الآية [١٠٣] : (٢) ٣٠٨ |
الآية [١٨] : (٢) ٢٩١ |
الآية [٦١] : (٢) ٣٠٠ |
الآية [١٠٤] : (٢) ٣٠٩ |
الآية [١٩] : (٢) ٢٩١ |
الآية [٦٢] : (٢) ٣٠٠ |
الآية [١٠٩] : (٢) ١٠٩ |
الآية [٢٠] : (٢) ٢٩٢ |
الآية [٦٣] : (٢) ٣٠٠ |
الآية [١١٠] : (٢) ٣٠٩ |
الآية [٢١] : (٢) ٢٩٢ |
الآية [٦٤] : (٢) ٣٠١ |
الآية [١١٠] : (٢) ٣٠٩ |
الآية [٢١] : (٢) ٢٩٢ |
الآيتان [٦٥،٦٦] : (٢) ٣٠١ |
سورة مريم |
الآية [٢٢] : (٢) ٢٩٢ |
الآية [٦٤] : (٢) ٣٠١ |
الآية [١] : (٣) ٣ |
الآية [٢٣] : (٢) ٢٩٢ |
الآية [٦٨] : (٢) ٣٠١ |
الآية [٢] : (٣) ٤ |
الآية [٢٤] : (٢) ٢٩٢ |
الآية [٧١] : (٢) ٣٠١ |
الآية [٣] : (٣) ٤ |
الآية [٢٥] : (٢) ٢٩٢ |
الآية [٧١] : (٢) ٣٠١ |
الآية [٤] : (٣) ٤ |
الآية [٢٦] : (٢) ٢٩٣ |
الآية [٧٤] : (٢) ٣٠٢ |
الآية [٥] : (٣) ٤ |
الآية [٣٠] : (٢) ٢٩٤ |
الآية [٧٦] : (٢) ٣٠٢ |
الآية [٧] : (٣) ٦ |
الآية [٣١] : (٢) ٢٩٤ |
الآية [٧٦] : (٢) ٣٠٢ |
الآية [٧] : (٣) ٦ |
الآية [٣٢] : (٢) ٢٩٤ |
الآية [٧٦] : (٢) ٣٠٢ |
الآية [٧] : (٣) ٦ |
الآية [٣٣] : (٢) ٢٩٤ |
الآية [٧٧] : (٢) ٣٠٣ |
الآية [٨] : (٣) ٦ |
الآية [٣٤] : (٢) ٢٩٤ |
الآية [٧٨] : (٢) ٣٠٣ |
الآية [٩] : (٣) ٦ |
الآية [٣٦] : (٢) ٢٩٥ |
الآية [٧٩] : (٢) ٣٠٣ |
الآية [١٠] : (٣) ٦ |
الآية [٣٨] : (٢) ٢٩٥ |
الآية [٨٠] : (٢) ٣٠٤ |
الآية [١١] : (٣) ٧ |
الآية [٣٩] : (٢) ٢٩٥ |
الآية [٨٢] : (٢) ٣٠٤ |
الآية [١٣] : (٣) ٧ |
الآية [٤١] : (٢) ٢٩٦ |
الآية [٨٥] : (٢) ٣٠٤ |
الآية [١٤] : (٣) ٧ |
الآية [٤٢] : (٢) ٢٩٦ |
الآية [٨٧] : (٢) ٣٠٥ |
الآية [١٥] : (٣) ٧ |
الآية [٤٣] : (٢) ٢٩٦ |
الآية [٨٨] : (٢) ٣٠٥ |
الآية [١٧] : (٣) ٧ |
الآية [٤٤] : (٢) ٢٩٦ |
الآيتان [٨٩،٩٠] : (٢) ٣٠٦ |
الآية [١٩] : (٣) ٨ |
الآية [٤٥] : (٣) ٢٩٧ |
الآيتان [٩١،٩٢] : (٢) ٣٠٦ |
الآية [٢٠] : (٣) ٨ |
الآيتان [٤٧،٤٩] : (٢) ٢٩٧ |
الآية [٩٤] : (٢) ٣٠٧ |
الآية [٢١] : (٣) ٨ |
الآية [٥٠] : (٢) ٢٩٧ |
الآية [٩٥] : (٢) ٣٠٧ |
الآية [٢٢] : (٣) ٨ |
الآية [٥١] : (٢) ٢٩٨ |
الآية [٩٦] : (٢) ٣٠٧ |
الآية [٢٣] : (٣) ٨ |
الآية [٥٢] : (٢) ٢٩٨ |
الآية [٩٧] : (٢) ٣٠٧ |
الآية [٢٤] : (٣) ٩ |
الآية [٥٣] : (٢) ٢٩٨ |
الآية [٩٨] : (٢) ٣٠٨ |
الآية [٢٥] : (٣) ٩ |
الآية [٢٦] : (٣) ٩ |
الآيتان [٧٣،٧٤] : (٣) ١٨ |
الآية [٢٠] : (٣) ٢٦ |
الآية [٣٧] : (٣) ١٠ |
الآية [٧٥] : (٣) ١٩ |
الآية [٢١] : (٣) ٢٦ |
الآية [٢٨] : (٣) ١٠ |
الآية [٧٨] : (٣) ١٩ |
الآية [٢٢] : (٣) ٢٦ |
الآية [٢٩] : (٣) ١١ |
الآية [٨٠] : (٣) ١٩ |
الآية [٢٤] : (٣) ٢٦ |
الآية [٣٠] : (٣) ١١ |
الآية [٨٧] : (٣) ١٩ |
الآية [٢٥] : (٣) ٢٦ |
الآية [٣١] : (٣) ١١ |
الآية [٨٨] : (٣) ١٩ |
الآية [٢٧] : (٣) ٢٦ |
الآية [٣٢] : (٣) ١١ |
الآية [٨٩] : (٣) ٢٠ |
الآية [٢٨] : (٣) ٢٦ |
الآية [٣٣] : (٣) ١٢ |
الآية [٩٠] : (٣) ٢٠ |
الآيتان [٢٩،٣٠] : (٣) ٢٦ |
الآية [٣٤] : (٣) ١٢ |
الآية [٩١] : (٣) ٢٠ |
الآيتان [٣١،٣٢] : (٣) ٢٧ |
الآية [٣٥] : (٣) ١٢ |
الآية [٩٢] : (٣) ٢٠ |
الآيتان [٣٣،٣٥] : (٣) ٢٧ |
الآية [٣٦] : (٣) ١٢ |
الآية [٦٣] : (٣) ٢١ |
الآية [٣٩] : (٣) ٢٧ |
الآية [٣٨] : (٣) ١٢ |
الآية [٩٥] : (٣) ٢١ |
الآية [٤٠] : (٣) ٢٧ |
الآية [٣٩] : (٣) ١٣ |
الآيتان [٩٦،٩٧] : (٣) ٢١ |
الآية [٤١] : (٣) ٢٨ |
الآيتان [٤١،٤٢] : (٣) ١٣ |
الآية [٩٨] : (٣) ٢١ |
الآية [٤٢] : (٣) ٢٨ |
الآية [٤٦] : (٣) ١٣ |
سروة طه |
الآية [٤٣] : (٣) ٢٨ |
الآية [٤٧] : (٣) ١٣ |
الآية [١] : (٣) ٢٢ |
الآية [٤٤] : (٣) ٢٨ |
الآية [٤٨] : (٣) ١٤ |
الآية [٢] : (٣) ٢٢ |
الآية [٤٥] : (٣) ٢٨ |
الآية [٥٠] : (٣) ١٤ |
الآية [٣] : (٣) ٢٢ |
الآية [٤٦] : (٣) ٢٨ |
الآية [٥٥] : (٣) ١٤ |
الآية [٤] : (٣) ٢٣ |
الآية [٤٧] : (٣) ٢٨ |
الآية [٥٢] : (٣) ١٥ |
الآية [٥] : (٣) ٢٣ |
الآيتان [٥١،٥٢] : (٣) ٢٨ |
الآية [٥٣] : (٣) ١٥ |
الآية [٦] : (٣) ٢٣ |
الآية [٥٣] : (٣) ٢٩ |
الآية [٥٨] : (٣) ١٥ |
الآية [٧] : (٣) ٢٣ |
الآية [٥٥] : (٣) ٢٩ |
الآية [٥٩] : (٣) ١٥ |
الآية [٨] : (٣) ٢٣ |
الآية [٥٦] : (٣) ٢٩ |
الآية [٦٠] : (٣) ١٥ |
الآية [١٠] : (٣) ٢٣ |
الآية [٥٨] : (٣) ٢٩ |
الآية [٦١] : (٣) ١٥ |
الآية [١١] : (٣) ٢٣ |
الآية [٥٩] : (٣) ٣٠ |
الآية [٦٤] : (٣) ١٦ |
الآية [١٣] : (٣) ٢٤ |
الآية [٦١] : (٣) ٣٠ |
الآية [٦٥] : (٣) ١٦ |
الآية [١٤] : (٣) ٢٤ |
الآية [٦٤] : (٣) ٣٣ |
الآية [٦٧] : (٣) ١٦ |
الآية [١٥] : (٣) ٢٤ |
الآية [٦٦] : (٣) ٣٣ |
الآية [٦٨] : (٣) ١٦ |
الآية [١٦] : (٣) ٢٥ |
الآية [٦٨] : (٣) ٣٤ |
الآية [٦٩] : (٣) ١٦ |
الآيتان [١٧،١٨] : (٣) ٢٥ |
الآية [٦٩] : (٣) ٣٤ |
الآيتان [٧١،٧٢] : (٣) ١٨ |
|
الآية [٧١] : (٣) ٣٤ |